2012 में मिला था शीना का शव पर केस नहीं दर्ज हुआ: एसपी
शीना बोरा हत्याकांड में हर पल नई कड़ी जुड़ती चली जा रही है। रायगढ़ पुलिस ने खुलासा किया है कि शीना का शव 2012 में मिला था। चौंकाने वाली बात सामने आई है कि इस मामले में पुलिस ने कोई मामला ही दर्ज नहीं किया था। रायगढ़ के एसपी सुवेज
नई दिल्ली। शीना बोरा हत्याकांड में हर पल नई कड़ी जुड़ती चली जा रही है। रायगढ़ पुलिस ने खुलासा किया है कि शीना का शव 2012 में मिला था। चौंकाने वाली बात सामने आई है कि इस मामले में पुलिस ने कोई मामला ही दर्ज नहीं किया था। रायगढ़ के एसपी सुवेज हक ने बताया कि हम इस मामले की जांच करवाएंगे कि केस क्यों नहीं दर्ज हुआ? रायगढ़ पुलिस ने प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए यह जानकारी दी।
पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि शव जली हालत में मिला था। हमने शव की पहचान के लिए सैंपल जेजे अस्पताल भेजा था लेकिन कोई रिपोर्ट नहीं मिली।
इससे पहले अब इंद्राणी के अपने खास ही उसकी खिलाफत में उतर आए है। अभी तक माना जा रहा था कि इंद्राणी मुखर्जी का ड्राइवर श्यामवर उसके वफादारों में से एक है।
लेकिन, श्यामवर के बारे में यह धारणा अब बदलती नजर आ रही है। हालिया पुलिस रिपोर्ट के अनुसार ड्राइवर श्यामवर भी इंद्राणी का प्रताड़ित था। शीना की हत्या में इंद्राणी ने श्यामवर को दस लाख रुपये की रकम देने का वादा किया था लेकिन अब पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया है कि श्यामवर को सिर्फ एक लाख रुपये मिले थे।
इससे पहले यह खुलासा भी हो चुका है कि इंद्राणी ने छह माह पहले श्यमावर को नौकरी से निकालने का फैसला भी ले लिया था। इंद्राणी ने श्यामवर से कहा था कि अब उसे ड्राइवर की जरूरत नहीं क्योंकि वो विदेश में बसने जा रही है। श्यामवर की पत्नी शारदा ने बताया था कि श्यामवर दो साल पहले ही पुलिस के पास जाकर सबकुछ बताने वाला था। लेकिन तब उसे गिरफ्तारी का खौफ सताने लगा था और चुप्पी साधे रहा।
श्मायवर के परिवार को हर तरफ से मिल रहा दर्द
श्यामवर की गिरफ्तारी के बाद से उसके परिवार की दशा दयनीय है। मिड डे में छपी खबर के अनुसार इस वक्त श्यामवर की पत्नी शारदा के पास मात्र तीन सौ रुपये बचे हैं और उसे दो बच्चों को पालना है। शारदा ने बताया कि उसका मकान मालिक भी अब उसे घर छोड़ने के लिए डरा धमका रहा है। रिश्तेदारी में भी बदनामी झेलनी पड़ रही है।