नौ सेना में शामिल हुआ आइएनएस 'कमोर्टा'
अब भारतीय नौ सेना अपने दुश्मनों को और जोरदार तरीके से मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने पूरी तरह से स्वदेशी निर्मित जंगरोधी युद्धपोत आइएनएस 'कमोर्टा' को भारतीय नौ सेना के बेड़े में शामिल कर दिया है। विशाखापतनम में रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने इसे नौ सेना की पूर्वी कमान के हवाले कर दिया।
विशाखापतनम। अब भारतीय नौ सेना अपने दुश्मनों को और जोरदार तरीके से मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने पूरी तरह से स्वदेशी निर्मित जंगरोधी युद्धपोत आइएनएस 'कमोर्टा' को भारतीय नौ सेना के बेड़े में शामिल कर दिया है। विशाखापतनम में रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने इसे नौ सेना की पूर्वी कमान के हवाले कर दिया।
युद्धपोत आइएनएस 'कमोर्टा' को राज्य स्वामित्व की शिप बनाने वाली कंपनी गार्डेनरिच की ओर से कोलकाता में बनाया गया। यह पहला युद्धपोत है जिसमें सारे हथियार स्वदेशी प्रणाली से निर्मित किए गए हैं। इस पनडुब्बी को नौ सेना के हवाले करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि ये भारत सरकार की पहल का ही नतीजा है कि आज पूरी तरह से स्वदेशी हथियारों और प्रणालियों से निर्मित ये युद्धपोत नौ सेना को सौंपा जा रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि यकीन कीजिए ये स्वदेशी युद्धपोत लंबे समय तक देश की सेवा करेगा। गुप्त तरीके से दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाला यह युद्धपोत विशाखापतनम के पूर्वी कमान का हिस्सा बनेगा।
पूर्वी नौ सेना कमान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि ये युद्धपोत भारतीय नौ सेना के घरेलू संस्थान, नौसेना डिजाइन निदेशालय (डीएनडी) और जीआरएसइ की ओर से बनाया गया है। यह सतह से हवा में मार करने वाले कम दूरी के मिसाइलों और सक्रिय प्रलोभण प्रणाली वाले हथियारों को भी अपने साथ ले जा सकता है। इसके अलावा एएसडब्लू हैलिकॉप्टर को भी ढोने में यह पूरी तरह सक्षम है।
गौरतलब है कि एनडीए सरकार बनने के बाद ये दूसरा मौका है जब किसी जंगरोधी युद्धपोत को भारतीय नौ सेना के बेड़े में शामिल किया गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आइएनएस कोलकाता को नौ सेना के हवाले किया था।
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