मोदी ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र में सुधार जरूरी'
पेरिस में होने वाले जलवायु परिवर्तन पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके ठोस व प्रभावी नतीजों की उम्मीद जताई है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में मौजूदा दौर के अनुरूप बदलाव व सुरक्षा परिषद को वर्तमान वास्तविकता का आइना बनाने की पैरवी की। फोरम फॉर इंडिया-पेसिफिक आइलैंड कॉपोरेशन (फिपिक)
जयपुर, जागरण संवाददाता। पेरिस में होने वाले जलवायु परिवर्तन पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके ठोस व प्रभावी नतीजों की उम्मीद जताई है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में मौजूदा दौर के अनुरूप बदलाव व सुरक्षा परिषद को वर्तमान वास्तविकता का आइना बनाने की पैरवी की।
फोरम फॉर इंडिया-पेसिफिक आइलैंड कॉपोरेशन (फिपिक) समिट में हिस्सा लेने जयपुर आए 14 देशों के राष्ट्राध्यक्षों व प्रतिनिधियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन मांगा। शुक्रवार को उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा कि फिपिक देशों से यह अपेक्षा है कि वो संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बनाए जाने के लिए भारत को वोट करें। उन्होंने कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र की 70वीं वर्षगांठ का वर्ष है। अगले माह आयोजित होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में इस वैश्विक संस्था में सुधार और विस्तार पर चर्चा किए जाने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें संयुक्त राष्ट्र महासभा की भावी बैठक में लंबे समय से लंबित सुधारों पर जोर देने के लिए मिल जुलकर काम करना होगा। मोदी ने कृषि क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रशांत द्वीप समूह के राष्ट्रों की तरह ही भारत में भी द्वीपसमूह की श्रृंखला है जो पर्यावरण में बदलाव के नकारात्मक प्रभाव का अनुभव कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत ने कार्बन मूल्यांकन, वनीकण प्रोत्साहन, कम कार्बन के उपयोग तथा नवीनीकरण प्रौद्योगी के प्रयोग के विस्तार तथा सभी सेक्टरों में ऊर्जा दक्षता में सुधार जैसे कई घरेलू उपाय शुरू किए हैं।
दिल्ली में फिपिक ट्रेड ऑफिस खोलने की घोषणा
उन्होंने फिपिक देशों के लिए दिल्ली में फिपिक ट्रेड ऑफिस खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि फिपिक देशों के साथ ट्रेड को सहज किए जाने के लिए यह ऑफिस मददगार साबित होगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के लिए सभी देशों के सहयोग के लिए आभार जताते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा योगा दिवस मनाया जाना महत्वपूर्ण है। इस मौके पर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहे। सुषमा स्वराज की भी विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों व प्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुई।
फिपिक की सहयोग राशि बढ़ाई
प्रधानमंत्री ने भारत की ओर से फिपिक को दिए जाने वाले वित्तीय सहयोग 125 हजार करोड़ डॉलर को बढ़ाकर 200 हजार करोड़ करने की घोषणा की। इस घोषणा का सभी फिपिक देशों ने स्वागत किया।
चार देशों के साथ द्विपक्षीय बातचीत
सम्मेलन के उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री की मौजूदगी में चार देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। इस दौरान फिजी के प्रधानमंत्री बैनीमारोमा ने अपने देश में मेडिकल सेंटर स्थापित करने में सहयोग मांगा। वानुआतु के प्रधानमंत्री किलमैन ने मोदी से संयुक्त राष्ट्र में सुधार और सहयोग की बात कही। नाऊरू के बारोन दिवावेसी वाका ने डिजास्टर मैनेजमेंट में भारतीय सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। पापुआ न्यूगिनी के प्रधानमंत्री पीटर ओनील के साथ विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई।
समिट में शामिल देश
1. पलाउ : राष्ट्रपति टोमी रेमेनगासाओ
2. मार्शल द्वीप : राष्ट्रपति क्रिस्टोफर लोइक
3. समोया : प्रधानमंत्री तुईलेप मालिलेगाओई
4. नीयु : प्रधानमंत्री टोके तालांगी
5. फिजी : प्रधानमंत्री बैनीमारोमा
6. पापुआ न्यूगिनी : प्रधानमंत्री पीटर ओनील
7. वानुआतु : प्रधानमंत्री किलमैन
8. किरिबती : एडवाइजर टू एशिया
9. कुक आइलैंड्स : नदी ग्लासी चिकित्सा मंत्री
10. टोंगा : सेमिसी टावलांगी कृषि मंत्री
11. माइक्रोनेशिया : वाइस प्रेसिडेंट टी.एच. योगिवो पी. जार्ज
12. तुवालु : प्रधानमंत्री एनेल सोसेन
13. नाऊरू : बारोन दिवावेसी वाका
14. सोलोमन द्वीप : उप प्रधानमंत्री डगलस एटे