भारतीय थिंक टैंक ने कहा, चीन से होती रहे वार्ता
गोखले ने कहा कि हम पड़ोसी और मित्र हैं, लेकिन पिछली आधी शताब्दी में हुए विकास से हमारी वार्ता का सामंजस्य नहीं बन पाया।
बीजिंग, प्रेट्र। भारत व चीन के बीच संवाद की कमी से तनाव बढ़ा है। जो वार्ता हो भी रही है, उसका पिछली आधी शताब्दी में तेजी से हुए विकास से तालमेल नहीं बन पाया है। यह कहना था चीन में भारत के राजदूत विजय गोखले का। गोखले दूसरे भारत-चीन थिंक टैंक की बैठक में बोल रहे थे। गोखले ने कहा कि हम पड़ोसी और मित्र हैं, लेकिन पिछली आधी शताब्दी में हुए विकास से हमारी वार्ता का सामंजस्य नहीं बन पाया। दोनों देशों के बीच निरंतर वार्ता जारी रहना महत्वपूर्ण है।
गोखले का कहना था कि बातचीत की कमी के कारण दोनों देशों को एक दूसरे को समझने में मुश्किल रही है। इससे असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। दोनों देशों के थिंक टैंक की बैठक का आयोजन इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स व चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में नलिन सूरी के अलावा चीन में भारत के पूर्व राजदूत अशोक कांथा समेत आर्थिक और सामरिक मुद्दों के कई विशेषज्ञ शामिल थे।
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