जम्मू-कश्मीर: घुसपैठ करते पहली पाकिस्तानी महिला ढेर, एक गिरफ्तार
राज्य में सीमा पर मारी गई यह पहली महिला पाकिस्तानी घुसपैठिया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों में पाकिस्तान अब महिलाओं को भी शामिल कर रहा है। जम्मू की अखनूर तहसील के परगवाल इलाके में गुरुवार रात सीमा पर घुसपैठ के दौरान भारतीय सुरक्षाबलों ने जिसे मार गिराया था, वह महिला घुसपैठिया निकली। राज्य में सीमा पर मारी गई यह पहली महिला पाकिस्तानी घुसपैठिया है।
शुक्रवार सुबह सीमा सुरक्षा बल ने परगवाल क्षेत्र के सामने देवरा में फ्लैग मीटिंग कर महिला के शव को पाकिस्तानी रेंजर्स के हवाले कर दिया। वहीं सीमा सुरक्षा बल ने शुक्रवार को ही कठुआ के साथ लगती पहाड़पुर सीमा से एक पाक घुसपैठिये को गिरफ्तार कर लिया। घुसपैठिये से पूछताछ जारी है। हालांकि वह मानसिक रोगी लग रहा है। घुसपैठिये की पहचान 21 वर्षीय अजहर निवासी जिला नारोआल (पाकिस्तान) के रूप में हुई है।
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रात को आई थी रेकी के लिए
महिला घुसपैठिये की पहचान पाकिस्तान के सियालकोट के ओल्ड देवरा की 50 वर्षीय रशीदा बेगम पत्नी रशीद अहमद के रूप में हुई है। आशंका है कि महिला आतंकियों की गाइड हो सकती है, जो रात के अंधेरे में सीमा पर रेकी करने के लिए तारबंदी के पास आई थी। उसने कंबल लपेट रखा था, जिससे पहचान नहीं हो सकी कि वह महिला है या पुरुष। सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के आइजी राम अवतार ने जागरण को बताया कि जवानों ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि चेतावनी देने के बाद घुसपैठिये ने तारबंदी के साथ भागना शुरू कर दिया और ऐसे हालात में गोली चलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में रात के समय सीमा के पास आने का कोई आधार नहीं था। ऐसे में इस आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि मारी गई महिला किसी गलत मंसूबे के साथ ही तारबंदी के पास आई थी।
पति ने की पहचान
शुक्रवार सुबह सीमा सुरक्षा बल ने महिला के शव की तलाशी ली। उसके पास से कुछ बरामद नहीं हुआ। इसके बाद सीमा सुरक्षा बल ने महिला के शव को पुलिस के हवाले कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद सीमा सुरक्षा बल ने महिला का फोटो पाकिस्तानी रेंजर्स को सौंपा, जिसके आधार पर पता चला कि वह पाकिस्तान की देवरा अग्रिम चौकी के निकट गांव की निवासी है। उसके पति ने फोटो से उसकी पहचान की।
महिलाओं को प्रशिक्षित कर रही आइएसआइ
खुफिया एजेंसियों के पास इसके पुख्ता सुबूत हैं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ सीमा पार महिलाओं को राज्य में आतंकवाद को बढ़ावा देने का प्रशिक्षण दे रही है। नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में आतंकी प्रशिक्षण शिविरों में कई महिलाएं भी हैं।
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