मोदी-मर्केल के एक सुर, बोले- दोनों देशों में विकास की अपार संभावनाए
बेंगलुरू में नेसकॉम द्वारा आयोजित बिजनेस मीट में जर्मनी और भारत ने दोनों देशों में निवेश को लेकर एक दूसरे के उद्योगपतियों को अपने यहां निवेश के लिए आहवान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर सरकार द्वारा इस संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी।
बेंगलुरू। बेंगलुरू में नेसकॉम द्वारा आयोजित बिजनेस मीट में जर्मनी और भारत ने दोनों देशों में निवेश को लेकर एक दूसरे के उद्योगपतियों को अपने यहां निवेश के लिए आहवान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर सरकार द्वारा इस संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि सरकार देश में निवेश करने वालों के लिए प्रक्रिया को छोटे करने और जल्द एप्रुवल देने जैसे कदम उठा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश में निवेश को बढ़ावा देने के मकसद से ही मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं के क्रियान्वयन में लगी है। इसके लिए ही सरकार ने इंडिया इंवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की भी शुरुआत की है। विदेशी निवेशकों को भारत में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ही सरकार ने एफडीआई उदारता लाने की बात कही है।
देखें वीडियो: बेंगलुरू में पीएम मोदी संग बोश प्लांट देखनें पहुंची एंजेला मर्केल
अपनी सरकार के कामों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पंद्रह माह के दौरान भारत में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने कई काम किए हैं। इसके लिए सरकार के सभी मंत्रियों ने अथक प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में विकास के बेहतर अवसर हैं जिन्हें समय रहते हाथों-हाथ लिया जाना चाहिए। विदेश निवेशकों के लिए सरकार ने कर में कई तरह की छूट और रियायतें देने की बात सरकार की तरफ से की गई है। यही वजह है कि सरकार ने कर प्रणाली को पारदर्शी बनाने की कोशिशें की हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्लियामेंट में जीएसटी बिल जल्द ही पास हो जाएगा। उन्होंने वर्ल्ड इकनोमिक फोरम द्वारा भारत को 16वें पायदान पर र खने की बात भी अपने संबोधन में की।
तस्वीरों में देखें: बेंगलुरू पहुंची मर्केल, सीएम ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार का व्यापार करने का कोई इरादा नहीं है। लेकिन वह टैक्स की व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने और देश को व्यापारिक केंद्र के तौर पर विकिसत करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। पीएम ने कहा कि हमनें स्टार्ट अप इंडिया कैंपेन की शुरुआत की और मैं यह बताना चाहता हूं कि भारत आईटी रेवोल्यूशन की चौखट पर खड़ा है। भारत आज से पहले कभी बाहर से आ रही तकनीक, निवेश और टैलेंट का बखूबी इस्तेमाल के लिए तैयार नहीं था। पीएम ने कहा कि भारत बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने मंगलवार को जर्मनी में निवेश के लिए भारतीय उद्योगपतियों का आहवान किया। उन्होंने कहा कि वहां निवेश के लिए भारतीयों का स्वागत है। यह बात उन्होंने नेसकॉम द्वारा आयोजित बिजनेस फोरम मीट में कही। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में विकास को लेकर डिजिटलाइजेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर और एनर्जी के क्षेत्र में कई सुनहरे अवसर हैं। जर्मनी राष्ट्राध्यक्ष ने कहा कि उनके देश की करीब 170 कंपनियां बेंगलुरू में देश का प्रतिनिधित्व करती हैं जो दोनों देशों के बेहतर संबंधों को दर्शाता है।
मेक इन इंडिया से अधिक जरूरी है मेक इंडिया: केजरीवाल
इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग यहां स्थित रोबर्ट बाेश इंजिनियरिंग एंड इनोवेशन सेंटर देखने पहुंची। इस मौके पर उनके साथ प्रधानमंत्री समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। कल रात उनके बेंगलुरू पहुंचने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया था। वहीं प्रधानमंत्री आज सुबह ही बेंगलुरू पंहुचे हैं।
अपने औपचारिक दौरे पर रविवार रात को भारत पहुंची मर्केल का कल बेहद व्यस्त दिन रहा। सोमवार सुबह उनका राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया गया, जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। उनके स्वागत में एक संगीत का भी कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित किया गया था। कल दोनों देशों के बीच करीब अठारह समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए गए।