इस स्कोर पर भारत ने जीता था वर्ल्ड कप मगर न्यूजीलैंड को मिली हार
वर्ल्ड कप 1983 और 2015 के फाइनल मुकाबले में रन तो एक समान बने मगर परिणाम बिल्कुल अलग-अलग रहा। 1983 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 183 रन बनाए थे और खिताब अपने नाम किया था मगर 2015 वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ
नई दिल्ली। वर्ल्ड कप 1983 और 2015 के फाइनल मुकाबले में रन तो एक समान बने मगर परिणाम बिल्कुल अलग-अलग रहा। 1983 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 183 रन बनाए थे और खिताब अपने नाम किया था मगर 2015 वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इतने ही रन बनाए लेकिन खिताब अपने नाम करने में नाकामयाब रहा। आखिर क्या हुआ 1983 और 2015 वर्ल्ड कप फाइनल में एक नजर डालते हैं।
1983 वर्ल्ड कप फाइनल (भारत बनाम वेस्टइंडीज)
25 जून 1983 भारतीय क्रिकेट इतिहास का वो दिन है जिसे शायद ही कभी भूला जा सकता है। इस दिन भारत ने पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था। कपिल देव की अगुआई में जो टीम क्वार्टर फाइनल तक में पहुंचने का सपना देख रही थी उस टीम ने दो बार कि वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज को फाइनल में हराया और खिताब जीतकर दिखा दिया कि भारत क्रिकेट का नया बादशाह है। इस दिन वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया और भारत ने 54.4 (उस वक्त वनडे 60 ओवर्स का होता था) ओवर में दस विकेट पर 183 रन बनाए। वेस्टइंडीज के सामने ये स्कोर मामूली ही था मगर जब वेस्टइंडीज की टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो इस स्कोर को भी पार नहीं कर सकी और 52 ओवर में 140 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। भारत ने ये मैच 43 रन से जीता था।
2015 वर्ल्ड कप फाइनल (न्यूजीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया)
29 मार्च 2015 वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के सामने वो टीम थी जो पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची थी। सब कुछ न्यूजीलैंड के पक्ष में था। टीम जबरदस्त फॉर्म में थी और उम्मीद तो यही थी कि ऑस्ट्रेलिया को कड़ी टक्कर मिलने वाली है। न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी की मगर टीम के बल्लेबाज इस बड़े मौके पर अपना जौहर दिखाने में कामयाब नहीं रहे और टीम ने 183 रन का मामूली स्कोर बनाया। सबके जहन में यही बात चल रही थी कि क्या भारत की तरह न्यूजीलैंड 1983 के इतिहास को दोहरा पाएगी मगर ऐसा नहीं हुआ और ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड पर सात विकेट से जीत दर्ज करते हुए पांचवीं बार वर्ल्ड कप जीत लिया।