रूस के साथ मिलकर बांग्लादेश में परमाणु संयंत्र स्थापित करेगा भारत
भारत बांग्लादेश के रूपपुर में परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण करेगा। इस परियोजना पर वह रूस के साथ मिलकर काम कर रहा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत बांग्लादेश के रूपपुर में परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण करेगा। इस परियोजना पर वह रूस के साथ मिलकर काम कर रहा है। भारत-रूस करार के तहत किसी अन्य देश में परमाणु ऊर्जा परियोजनाएं बनाने के मामले में यह पहला प्रयोग है। यह विदेश में भारत का पहला परमाणु ऊर्जा उद्यम है।
परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष शेखर बसु ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के 61वें सम्मेलन में कहा, 'हम बांग्लादेश में रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना पर अपने रूसी और बांग्लादेशी साझेदारों के साथ गठबंधन कर रहे हैं।' बहरहाल, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भारत किस तरह का गठबंधन कर रहा है, क्योंकि देश अभी परमाणु हथियार बनाने में उपयोग हो सकने वाली सामग्रियों, उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के निर्यात को नियंत्रित करने वाले 48 सदस्यीय समूह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य नहीं है।
रूपपुर परियोजना बांग्लादेश की पहली परमाणु ऊर्जा परियोजना होगी। इस परियोजना की दो इकाइयों के चालू होने से भारत और पाकिस्तान के बाद बांग्लादेश दक्षिण एशिया का तीसरा देश होगा जो परमाणु विखंडन से ऊर्जा का दोहन करेगा। इसकी हरेक इकाई की क्षमता 1200 मेगावाट की होगी।बसु ने बताया कि भारत सरकार ने देशज तकनीक पर आधारित 10 नई परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा, इन संयंत्रों के साथ हमारे पास निर्माणाधीन २१ और संचालन वाले 22 संयंत्र हो जाएंगे।