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ईरान के तेल के बकाये 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर चुकाने को तैयार भारत

खाड़ी देशों से तेल आयात को लेकर बकाए राशि के बारे में भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि वे 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर जल्द ही चुका देगा।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sun, 01 May 2016 06:01 PM (IST)Updated: Sun, 01 May 2016 06:59 PM (IST)
ईरान के तेल के बकाये 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर चुकाने को तैयार भारत

नई दिल्ली, प्रेट्र। हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में ईरान के साथ काम करने को इच्छुक भारत ने ये साफ कर दिया है कि पारसी खाड़ी देश की तरफ से तेल आयात के बकाये करीब 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर वो जल्द से जल्द चुका देंगे। नरेंद्र मोदी इस महीने के बाद तेल संपन्न देश ईरान के दौरे पर जा सकते हैं। इसलिए, पीएम मोदी कि इस दौरे से ठीक पहले ये बात ईरान को बता दी गई है।

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सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि कई स्तरों पर तेहरान और नई दिल्ली में दोनों देशों के बीच बैठक और बातचीत हुई है। ऐसे में दोनों ही पक्ष पहले की सभी मुद्दों को जल्द सुलझा लेने को आश्वस्त थे। उन्होंने बताया कि हम ईरान के बकाए रकम चुकाने पर काम कर रहे हैं और आशान्वित है कि पहले के सभी लंबित मुद्दे जल्द सुलझा लिए जाएंगे।

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इस वर्ष जनवरी में ऐतिहासिक परमाणु करार के बाद ईरान के ऊपर से लगे प्रतिबंधों को हटा लिया गया है। जिसके बाद ईरान ने पिछले तीन साल के सिस्टम को खत्म कर दिया जिसके तहत भारत को तेल की आधी कीमत रूपयों में चुकाने की छूट दी गई थी। अब ईरान इस बात पर जोर डाल रहा है कि तेल की कीमत भारत यूरो में चुकाए।

भारतीय रिफानर्स तक को जो मुफ्त कच्चे तेल की डिलिवरी ईरानी की तरफ से की जाती थी ईरान ने उसे भी खत्म कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि हालांकि, पश्चिमी देशों की तरफ से प्रतिबंध हटा लेने के बावजूद पैसे चुकता करने में आ रही समस्याओँ के चलते अब तक नियमित तौर पर लेन-देन संभव नहीं था। इन्हीं समस्याओं के चलते रिफाइनर्स एस्सार ऑयल और मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकैमिकल्स लिमिटेड पर ईरान का करीब 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर बकाया है।


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