सीमा पर शांति का प्रयास करेंगे भारत-पाक, सीमा प्रहरी देंगे सहयोग
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की भारी गोलाबारी से पैदा हुए युद्ध जैसे हालात को टालने के लिए दोनों देशों के सीमा प्रहरी सहयोग देंगे। इसके साथ सीमा सुरक्षा बल व पाकिस्तानी रेंजर्स एक-दूसरे से तालमेल कायम कर शांति बनाए रखने का भी प्रयास करेंगे। ये फैसले लंबे अरसे बाद शुक्रवार शाम करीब
जागरण न्यूज नेटवर्क, आरएसपुरा/जम्मू। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की भारी गोलाबारी से पैदा हुए युद्ध जैसे हालात को टालने के लिए दोनों देशों के सीमा प्रहरी सहयोग देंगे। इसके साथ सीमा सुरक्षा बल व पाकिस्तानी रेंजर्स एक-दूसरे से तालमेल कायम कर शांति बनाए रखने का भी प्रयास करेंगे। ये फैसले लंबे अरसे बाद शुक्रवार शाम करीब चार घंटे चली सेक्टर कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग में लिए गए। साथ ही, बैठक में सीमा सुरक्षा बल ने पाक की ओर से भारतीय चौकियों पर की जा रही भारी गोलाबारी पर भी कड़ा एतराज जताया। यह पहला मौका है, जब दोनों देशों के बीच इतनी लंबी फ्लैग मीटिंग चली हो। हालांकि डीआइजी स्तर की इस बैठक से पहले पाक 16 बार हाटलाइन पर सेक्टर कमांडर स्तर पर बातचीत के सीमा सुरक्षाबल के प्रस्ताव को नकार चुका है।
आरएसपुरा के सुचेतगढ़ की आक्ट्राय पोस्ट पर शाम साढ़े चार बजे शुरू हुई बैठक में सीमा सुरक्षा बल ने 16 जुलाई को पाक गोलीबारी में संजय धर की स्नाइपर फायर में मौत और इसी दिन दो सुरक्षाकर्मियों समेत सात लोगों के घायल होने पर कड़ी नाराजगी जताई। सीमा सुरक्षा बल ने इसके सुबूत पेश किए कि पाक की पीपी हुसैन से पीपी जमशेद पोस्ट तक 50 चौकियों ने 16 से 20 जुलाई तक और 10 से 24 अगस्त तक भारतीय इलाके में गोले बरसाए थे। गोलाबारी पाक के हरपाल व चपरार सेक्टर से हुई। इसके साथ बुधवार रात को परगवाल में पाक की शाह जमाल, जावेद, कलियाल व तारिक चौकियों की ओर से गोलीबारी का मुद्दा भी उठा। बैठक में सीमा सुरक्षा बल ने गलती से पाक चले गए सोहन लाल पुत्र गारू राम निवासी गुलाब गढ़ बस्ती को लौटाने की भी मांग की।
रात सवा आठ बजे तक जारी रही बैठक में सीमा सुरक्षा बल की ओर से दल का नेतृत्व स्टेशन मुख्यालय के डीआइजी बीएस कसाना व आइनगर सेक्टर कमांडर डीआइ आरके गुरूंग ने किया। इस दल में सीसुब की 94 बटालियन के कमांडेंट जीएस धालीवाल, 194 बटालियन के कमांडेंट गोपाल कृष्ण, 192 बटालियन के कमांडेंट एसपी संधु, 200 बटालियन के कमांडेंट हिम्मत सिंह, 33 बटालियन के कमांडेंट रवेश कुमार व 9 बटालियन के कमांडेंट ओपी उपाध्याय प्रमुख थे।
वहीं पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से बैठक में सियालकोट सेक्टर चिनाब रेंजर्स के ब्रिगेडियर मतीन अहमद खान, 12 चिनाब रेंजर्स के कमांडर इब्राहिम हुसैन नकबी, 19 डैजर्ट के विंग कमांडर मुहम्मद अली, लेफ्टिनेंट कर्नल विकार अहमद व आठ अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में पाकिस्तानी रेंजर्स ने भी अपना पक्ष रखते हुए अपना दामन पाक बताया। वहीं सीसुब के सेक्टर कमांडर ने जोरदार तरीके से पक्ष रखा कि शुरुआत पाकिस्तान की ओर से हुई और हमने रक्षात्मक कार्रवाई की। हमेशा की तरह इस बार भी रेंजर्स इस बात पर अड़े रहे कि गोलीबारी में पहल उनकी तरफ से नहीं हुई। अलबत्ता, बहसबाजी के माहौल में यह तय हुआ कि दोनों ओर के सीमा प्रहरी सीमा पर शांति कायम करने के पूरे प्रयास करेंगे।
इस बारे में डीआइजी धर्मेद्र पारिक ने दैनिक जागरण को बताया कि बैठक में सहमति बनी कि सीमा सुरक्षा बल व रेंजर्स पहले से तय प्रक्रिया के तहत सीमा पर शांति कायम करने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान गंभीरता दिखाता है तो सीमा पर तनाव कम होना तय है।
गौरतलब है कि इस बैठक से ठीक तीन दिन पहले बुधवार को अखनूर के परगवाल में कमांडेंट स्तर की बैठक में पाकिस्तान ने सेक्टर कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग करने की पेशकश की थी। यह और बात है कि इस बैठक के ठीक सात घंटे बाद पाकिस्तान ने क्षेत्र में गोलीबारी कर असली चेहरा दिखा दिया था।
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