कसाबों की खोज में जुटा भारत
भारत में आतंक की नई फौज भेजने की कोशिशों को देखते हुए सरकारी एजेंसियों ने अपनी मुस्तैदी बढ़ा दी है। पिछले एक हफ्ते से देश भर में आतंकियों की खोज का सघन अभियान चलाया जा रहा है। गुरदासपुर और उधमपुर हमले और जिंदा पकड़े गए आतंकी नावेद से पूछताछ के
नई दिल्ली। भारत में आतंक की नई फौज भेजने की कोशिशों को देखते हुए सरकारी एजेंसियों ने अपनी मुस्तैदी बढ़ा दी है। पिछले एक हफ्ते से देश भर में आतंकियों की खोज का सघन अभियान चलाया जा रहा है। गुरदासपुर और उधमपुर हमले और जिंदा पकड़े गए आतंकी नावेद से पूछताछ के बाद खुफिया एजेंसियों का यह शक पक्का हुआ है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा स्वतंत्रता दिवस के आयोजनों में रंग में भंग डाल सकता है।
आंतकी संगठनों की नजर इस महीने की संभावित भारत-पाक के बीच एनएसए स्तरीय वार्ता को नुकसान पहुंचाने की भी है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक केंद्र व राज्यों की एजेंसियों के बीच संपर्क को और पुख्ता किया गया है। आतंकियों के स्लीपर सेल की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
जिस तरह से अचानक लश्कर-ए-तैयबा ने भारत को लेकर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं, उससे उसके भारत स्थित स्लीपर सेल के भी सक्रिय होने का शक है। कश्मीर घाटी में आतंकी नावेद की मदद करने के आरोप में कुछ लोगों को पकड़ा गया है। इन मददगारों के भी स्लीपर सेल का सदस्य होने का शक है। खुफिया ब्यूरो ने देश के कई हिस्सों में संभावित आतंकियों के फोटो भी जारी किए हैं। खुफिया एजेंसियों को करीब दस आतंकियों के भारत में प्रवेश करने की भी भनक लगी है।
आईबी को इस बात की जानकारी एक महीने पहले ही मिली थी कि स्वतंत्रता दिवस के आसपास दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आतंकी हमले की आशंका है। लिहाजा, इस संबंध में दिल्ली पुलिस के साथ मिल कर दिल्ली की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। दिल्ली के कई इलाकों में खोजी अभियान भी चलाए जा रहे हैं। होटलों आदि व शक वाले इलाकों में ज्यादा चौकसी बरती जा रही है। मेट्रो स्टेशन को लेकर खास सुरक्षा बरतने का आदेश भी दिया गया है।