पाक को MFN दर्जा: पीएम की समीक्षा बैठक टली, अगले हफ्ते होगी बैठक
पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा देने के मुद्दे पर पीएम की समीक्षा बैठक अब अगले हफ्ते होगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत उड़ी हमले के विरोध में आज पाकिस्तान को दिए सबसे तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा छीनने के मामले में आज होने वाली समीक्षा बैठक टल गई है। अब ये बैठक अगले हफ्ते होगी। बताया जा रहा है कि इस मामले में भी भारत के पास दो विकल्प हैं। या तो वह पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा छीन लेगा या फिर उसके खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (डब्लूटीओ) में शिकायत दर्ज कराएगा।
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उल्लेखनीय है कि भारत ने पाकिस्तान को वर्ष 1996 में ही सबसे तरजीही राष्ट्र का दर्जा दे दिया था। लेकिन पाकिस्तान ने भारत को अब तक यह दर्जा नहीं दिया है। पाकिस्तान ने ऐसा करने की आखिरी समय सीमा (दिसंबर 2012) भी गंवा दी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का एमएफएन दर्जा वापस होने से पाकिस्तानी उद्योगों को धक्का लगेगा। इससे पाकिस्तानी उद्योगों को कम कीमत पर कच्चा माल जुटाना मुश्किल हो जाएगा। वर्ष 2015-16 में भारत ने पाकिस्तान के साथ 2.17 अरब डॉलर का निर्यात और 4.41 डॉलर का आयात किया है।
फैसला किया, पर दिया नहीं दर्जा
एमएफएन का दर्जा विश्व व्यापार संगठन के मुताबिक एक देश दूसरे को देते हैं ताकि उनके बीच कारोबारी रिश्ते को आसान किया जा सके। पाकिस्तान ने दिसंबर, 2012 में भारत को यह दर्जा देने का फैसला कर लिया था लेकिन बाद में इसे लागू नहीं किया गया। अगर एमएफएन को वापस लिया जाता है तो यह दोनों देशों के आपसी रिश्तों को और तनावग्रस्त कर देगा।
एमएफएन एक नजर में
-1996 में भारत ने पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा दिया
-2.17 अरब डॉलर का निर्यात भारत ने पाकिस्तान को किया 2015-16 में
-0.44 अरब डॉलर का आयात पाकिस्तान से भारत ने किया 2015-16 में
-2.70 अरब डॉलर का कुल द्विपक्षीय व्यापार हुआ दोनों देशों के बीच 2015-16 में
-2.35 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था 2014-15 में
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