Move to Jagran APP

जगुआर के उन्नत संस्करण को मिली आरंभिक संचालन मंजूरी

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने बताया कि डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल आरकेएस भदोरिया ने दो सीटों वाले जगुआर डारिन-3 का उड़ान परीक्षण किया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 23 Nov 2016 06:44 PM (IST)Updated: Wed, 23 Nov 2016 06:47 PM (IST)
जगुआर के उन्नत संस्करण को मिली आरंभिक संचालन मंजूरी

बेंगलुरु, आइएएनएस। भारतीय वायु सेना ने लड़ाकू विमान जगुआर के उन्नत संस्करण को प्राथमिक संचालन मंजूरी (आइओसी) दे दी है। इसे सैन्य विमानन की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

loksabha election banner

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने बताया कि डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल आरकेएस भदोरिया ने दो सीटों वाले जगुआर डारिन-3 का उड़ान परीक्षण किया। उनके साथ टेस्ट पायलट विंग कमांडर वी. प्रभाकरण भी थे। परीक्षण उड़ान के बाद विमान को आइओसी प्रदान की गई। भदोरिया ने कहा कि डाटा हैंडलिंग और अन्य क्षमताओं के लिहाज से यह सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों में से एक है।

वायु सेना की आधुनिकीकरण की योजना के तहत एचएएल करीब 120 लड़ाकू विमानों को उन्नत कर रही है। वायु सेना की जगुआर फ्लीट हरियाणा के अंबाला वायु सेना स्टेशन पर है। उन्नत संस्करण के जगुआर के कॉकपिट में ऑटो पायलट की व्यवस्था दी गई है। इसमें अगली पीढ़ी की उड़ान तकनीक के साथ घातक हथियार जोड़े गए हैं।

पढ़ेंः किशनगंगा परियोजना पर पाकिस्तानी गोलाबारी के बाद काम रुका


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.