सर्जिकल स्ट्राइल पर भड़के इमरान, कहा- वो मोदी को बताएंगे जवाब कैसे देते हैं
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि वह नवाज शरीफ को बताएंगे कि पीएम मोदी को कैसे जवाब दिया जाना चाहिए।
लाहौर। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान और उसके नेता अब भारत को सबक सिखाने की बात करने लगे हैं। इनमें से ही एक क्रिकेटर से राजनेता बने और तहरीक ए इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान भी हैं। उन्होंने कहा है कि अब वह मोदी को बताएंगे कि जवाब कैसे दिया जाता है। इमरान आज रायविंड में एक रैली करने वाले हैं जिसकी तैयारी वह काफी समय से कर रहे थे। पहले वह इस रैली को पाक पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ करने वाले थे लेकिन उन्होंने अब इसका रुख भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि नवाज शरीफ भारत के सामने पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं।
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक उन्होंने कहा है कि वह आज की रैली में पहले नवाज को सबक सिखाने वाले थे लेकिन अब वह इस रैली में मोदी को बताएंगे की पाकिस्तान पर हमले का जवाब क्या होगा और कैसे दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने नवाज शरीफ को भी जमकर लताड़ा है। इससे पहले उन्होंने नवाज पर तंंज कसते हुए कहा था कि देश की पूर्वी सीमा पर जब तनाव का माहौल है उस वक्त नवाज शरीफ लंदन में मौज- मस्ती कर रहे हैं और खरीददारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह आज की रैली में बताएंगे कि इस तरह के हमलों पर कैसी प्रतिक्रिया देनी है।
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पाकिस्तानी मीडिया डॉन की खबर के मुताबिक विपक्ष के नेता इमरान ने लोगों से इस रैली में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि यह मौका है कि जब दुनिया को पाकिस्तान की एकता के बारे में बताया जाए इसलिए हर जगह से लोग इस रैली में आएं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख ने नवाज शरीफ की शासन में विफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि (सेना प्रमुख) जनरल राहील शरीफ देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
पीटीआई प्रमुख ने इस रैली का एलान करीब छह माह पहले ही कर दिया था। इस रैली में उन्होंनेे पाक पीएम काेे पनामा लीक मामले में नाम आने पर भी सबक सिखाने का मन बनाया है। उन्होंने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि वह उनकी इस रैली को निशाना बनाने की कोशिश कर रही हैै। उनका कहना है कि जब-जब उन्होंने सरकार के खिलाफ इस तरह की रैली को करने की कोशिश की है तब-तब उनकी आवाज दबाने के लिए इस तरह की कार्रवाई पहले भी होती रही है।