मैं सीएम पद की रेस में नहीं: शत्रुघ्न सिन्हा
पटना। पटना साहिब के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने स्पष्ट किया है कि वह बिहार के सीएम पद के दावेदारों की रेस में शामिल नहीं हैं। कहा कि मेरी ऐसी कोई इच्छा व अपेक्षा नहीं है। हालांकि यह भी जोड़ा कि अगर सामूहिक नेतृत्व के फैसले के बाद केन्द्रीय नेतृत्व ने कोई जिम्मेदारी सौंपी तो फिर वह फैसला उनके लिए आदेश होगा और उसका निवर्हन वे पू
पटना। पटना साहिब के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने स्पष्ट किया है कि वह बिहार के सीएम पद के दावेदारों की रेस में शामिल नहीं हैं। कहा कि मेरी ऐसी कोई इच्छा व अपेक्षा नहीं है। हालांकि यह भी जोड़ा कि अगर सामूहिक नेतृत्व के फैसले के बाद केन्द्रीय नेतृत्व ने कोई जिम्मेदारी सौंपी तो फिर वह फैसला उनके लिए आदेश होगा और उसका निवर्हन वे पूरी इमानदारी से करेंगे। वे शनिवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी की महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति को संबोधित करने पहुंचे थे।
पार्टी की प्रदेश ईकाई में नेतृत्व को ले उठ रहे विवाद पर बिहारी बाबू ने कहा कि पार्टी का बहुत विस्तार हुआ है। कई नेता, कार्यकर्ता हैं। जहां चार बर्तन होंगे, ढनढनाएंगे ही। हम सामूहिक नेतृत्व में चुनाव मैदान में जाएंगे। सामूहिक नेतृत्व के फैसले व केन्द्रीय नेतृत्व के आशीर्वाद से ही नेता चुना जाएगा।
1984 के आम चुनाव में राजीव गांधी को मिले बहुमत के बाद पहली बार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को इतना प्रचंड बहुमत मिला है। पहले लड़ाई कांग्रेस बनाम अन्य राजनीतिक पार्टियां हुआ करती थी, आज भाजपा बनाम सभी में लड़ाई है। आम चुनाव के बाद जो थोड़ी बहुत चूक हुई, उसे चुनौती के रूप में स्वीकार करने व उसे दुरुस्त करने की जरूरत है। जो कमियां रहीं हैं, वह स्थानीय नेताओं के कारण हुई हैं।
उन्होंने अंग्रेजी का मुहावरा पढ़ा कि यूनाइटेड वी स्टैंड, डिवाइडेड वी फॉल। डॉ.सीपी ठाकुर द्वारा राजद, जदयू व कांग्रेस के महागठबंधन के संबंध में दिए गए बयान पर बिहारी बाबू ने कहा कि इससे डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन चौकन्ना होने व दुश्मन की चुनौती को कम आंकने की गलती नहीं करनी चाहिए। भाजपा हर तरह से सक्षम है। आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी में महिलाओं को अधिक सीटें दिए जाने का पक्ष लेते हुए सांसद ने कहा कि आज केन्द्र में विदेश, मानव संसाधन जैसे महत्वपूर्ण विभाग महिलाएं पूरी सफलता से चला रहीं हैं। महिलाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है। बताया कि पिछले साल उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा में उन्होंने सबसे अधिक 50 लाख रुपये की सहायता भेजी थी। जम्मू-कश्मीर में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए वे अपनी तरह से अधिक से अधिक मदद पहुंचाना चाहते हैं। कोशिश रहेगी कि जितना उन्होंने उत्तराखंड को पैसा दिया था, कम से कम उतना या फिर उससे अधिक सहायता के जम्मू-कश्मीर की जनता की करें।
कार्यसमिति की बैठक को पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव ने भी संबोधित किया। जबकि बैठक की अध्यक्षता मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष सुषमा साहू ने की। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.किरण कुमार झा भी मौजूद थीं। मोर्चा की तरफ से राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया।
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