गिलानी ने त्राल में मारे गए आतंकियों को बताया शहीद
कश्मीर में इस्लाम के नाम पर आतंक फैला मासूमों के खून से होली खेलने वाले आतंकी ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी व कुछ अन्य कट्टरपंथी नेताओं के लिए आतंकी नहीं बल्कि कौम के रखवाले और शहीद हैं।
श्रीनगर। कश्मीर में इस्लाम के नाम पर आतंक फैला मासूमों के खून से होली खेलने वाले आतंकी ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी व कुछ अन्य कट्टरपंथी नेताओं के लिए आतंकी नहीं बल्कि कौम के रखवाले और शहीद हैं।
इस आतंकी के पिता को है बेटे पर नाज
मंगलवार को त्राल मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों आबिद और शिराज को भी अलगाववादी खेमे ने शहीद ठहराया है। ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने कहा, शहीदों का खून बेकार नहीं जाएगा। आज नहीं तो कल भारत को जमीनी हकीकत को स्वीकारते हुए कश्मीर के प्रति अपना रवैया बदलना होगा। मजबूर होकर ही कश्मीरी नौजवान कलम और किताब छोड़कर बंदूक समेत अन्य विकल्पों को आजमा रहा है।
उन्होंने कहा कि बंदूक उठाने वाले नौजवानों ने कोई शौक से यह रास्ता नहीं चुना है। अगर भारत ने अपना अडि़यल रवैया नहीं बदला तो स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो जाएगी। गिलानी ने यह बयान नई दिल्ली से जारी किया है। नेशनल फ्रंट के चेयरमैन नईम अहमद खान ने कहा कि त्राल में मारे गए आबिद और शिराज हमारी कौम के शहीद हैं। उन्होंने कश्मीर की आजादी के रास्ते पर अपनी जान दी है।
सख्त कार्रवाई की जाए : हर्षदेव
जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हर्षदेव सिंह ने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब गिलानी या किसी अन्य कश्मीरी अलगाववादियों ने आतंकियों को शहीद का दर्जा दिया हो। वह अफजल गुरु और मकबूल बट को भी हीरो करार देते हैं। इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। क्योंकि यह कश्मीरी नौजवानों को आतंक के रास्ते पर चलने को उकसाते हैं।