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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याल के कुलपति को नोटिस भेजेने की तैयारी में HRD

शाह के खिलाफ वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता के आरोपों के बाद एचआरडी मंत्रालय ने इनकी जांच के लिए राष्ट्रपति से मंजूरी मांगी थी।

By Atul GuptaEdited By: Published: Wed, 19 Oct 2016 07:04 PM (IST)Updated: Wed, 19 Oct 2016 09:07 PM (IST)
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याल के कुलपति को नोटिस भेजेने की तैयारी में HRD

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति जमीरुद्दीन शाह को कारण बताओ नोटिस जारी करने वाला है। उनके जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर विभागीय जांच के लिए समिति गठित की जा सकती है। साथ ही आरोपों के गंभीर होने पर बाहरी जांच एजेंसियों को भी मामला सौंपा जा सकता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कुलपति के खिलाफ जांच को पहले ही मंजूरी दे दी है।

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एचआरडी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया, 'बहुत जल्दी ही कुलपति को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जाएगा। उनके खिलाफ लगे सभी अनियमितताओं के आरोपों पर उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। तय समय में उन्हें जवाब देने को कहा जाएगा। उनकी ओर से रखे गए तथ्यों की जांच कर यह देखा जाएगा कि इस पर आगे जांच की जरूरत है या नहीं। अगर जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो जांच के लिए विभागीय समिति गठित की जाएगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर जांच किसी बाहरी एजेंसी को भी दी जा सकती है।'

शाह के खिलाफ वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता के आरोपों के बाद एचआरडी मंत्रालय ने इनकी जांच के लिए राष्ट्रपति से मंजूरी मांगी थी। केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति की जांच के लिए यह प्रक्रिया जरूरी होती है। एक हफ्ते पहले ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति आरएल हंगलू के खिलाफ जांच को भी अनुमति है। उनके मामले में समांतर जांच चलेगी।

शाह के खिलाफ कई आरोप लगाए गए हैं, जिनमें विश्वविद्यालय के नाम पर छात्रों से जमा की गई रकम को एक निजी ट्रस्ट को ट्रांसफर कर देने से ले कर बिना योग्यता के एक व्यक्ति की नियुक्ति बहुत उच्च स्तर के प्रशासनिक पद पर करने के मामले शामिल हैं।

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