इस तरह से पता लगेगा 'कितने लोग मुंबई लोकल से करते हैं सफर'
लोकल ट्रेन भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई की जीवन रेखा कही जाती है। मुंबई रेल विकास कॉरपोरेशन ने एक सर्वे शुरू किया है।
मुंबई, मिडडे। लोकल ट्रेन भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई की जीवन रेखा कही जाती है। मुंबई रेल विकास कॉरपोरेशन ने एक सर्वे शुरू किया है। इस सर्वे के अंतर्गत शहर में रोजाना चलनेवाली तकरीबन तीन हजार लोकल ट्रेन में सफर करनेवालों की संख्या पता की जाएगी। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एक अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन लोकल ट्रेन से सफर करनेवालों की संख्या लगभग 80 लाख है। लेकिन यह संख्या बढ़ भी सकती है। 2006 में हुए सर्वे के मुताबिक ये आंकड़ा 67 लाख था।
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इस सर्वे के पहले चरण में वेस्टर्न रेलवे को लिया जाएगा। दूसरे चरण में सेंट्रल रेलवे पर सर्वे किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस सर्वे का पहला चरण 26 अप्रैल को शुरू हो गया है,जो सोमवार को खत्म हो गया है।इस सर्वे में छुट्टी का दिन व सप्ताहांत वाले दिन नहीं जोड़े जाएंगे।
सर्वे की प्रक्रिया
इस प्रक्रिया में यात्रियों की संख्या पता करने के लिए सुबह ऑफिस जाने का वक्त और शाम ऑफिस से लौटने का वक्त मुख्य रुप से शामिल किया गया है। सुबह का पीक ऑवर्स 8 बजे से 11.30 बजे व शाम का 5 बजे से 8.30 बजे है। सर्वे करनेवाले सभी संभव रुटों पर यात्रा करेंगे। ये दस अलग अलग सेक्शन होंगे।वेस्टर्न मेन व हार्बर लाइन पर शुरुआती स्टेशन से अंतिम स्टेशन तक जाएंगे।
मुंबई रेल विकास कॉरपोरेशन के मुख्य पीआरओ प्रभात रंजन ने बताया कि हम ट्रेन के अंदर भीड़ के घनत्व को भी जांचेंगे। सर्वे करनेवाले ट्रेन में चढ़ते वक्त यात्रियों की संख्या और उतरते वक्त यात्रियों की संख्या को शामिल करेंगे।
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