वाहन व कफन मुहैया करवाएंगे अस्पताल
एमडी पीएचएससी ने सभी सिविल सर्जनों को जारी किए निर्देश, अस्पताल प्रबंधन पहुंचाएगा घर तक शव...
जासं, मोहाली : गरीबी के कारण यदि किसी की जेब में अस्पताल से घर ले जाने के लिए शव वाहन को देने लायक पैसे नहीं है उसे अब शव ले जाने के लिए रेहड़ी या फिर डंडे से शव को बांधकर कंधे पर ले जाने की जहमत नहीं उठानी पड़ेगी। पंजाब में अब लाश पर कफन से लेकर उसे घर पहुंचाने तक की सारी जिम्मेदारी सरकारी अस्पताल खुद वहन करेंगे। पंजाब सरकार ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में किसी की भी मृत्यु हो जाने पर शव को घर तक पहुंचाने तथा उस पर कफन डालने का प्रबंध किया जाए।
पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन (पीएचएससी) ने इस मामले को लेकर राज्य के सभी सिविल सर्जनों को वीरवार को निर्देश जारी किए हैं। इसकी पुष्टि करते हुए पीएचएससी के एमडी वरूण रूजम ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अक्सर में देखने में आ रहा है कि शवों को लेकर जाने में कई बार परिजनों को अस्पताल से शववाहन नहीं मिलते। ऐसे में पारिवारिक सदस्य या तो निजी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं या फिर कुछ प्राइवेट ऑपरेटर ये सेवाएं देते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, अगर अस्पताल में शववाहन नहीं है तो अस्पताल इसका खर्च देगा। पंजाब के सरकारी अस्पताल में मृतक के परिजनों को शव वाहन मुहैया करवाने की जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की होगी।
वाहन नहीं तो देंगे 500 रुपये
अस्पताल में परिजनों को शव वाहन नहीं मिलता है तो अस्पताल प्रबंधन मृतक के परिजनों को 500 रुपये वाहन खर्च के रूप में देगा। इसके साथ अब अस्पताल में एक फार्म भी भरना होगा, जिसमें शव कू सुपुर्दगी लेने वाले का पूरा ब्योरा होगा। अगर शववाहन अस्पताल की ओर से दिया जाता है तो इसकी जानकारी भी फॉर्म में देनी होगी। अगर शव वाहन के लिए 500 रुपये परिजनों को दिए जाते हैं तो ये भी फार्म में दर्ज करना होगा।
देना होगा सफेद कपड़ा
निर्देशों में यह भी कहा गया है कि अस्पताल की यह भी जिम्मेदारी होगी कि वह शव के लिए सफेद कपड़ा मुहैया करवाए। इसके साथ बॉडी को भी अच्छी तरह से बांधकर परिजनों को सौंपा जाए। इसके लिए फंड अस्पताल अपने स्तर पर जुटाएगा। निर्देशों में कहा गया है कि शवों का सारा प्रबंध अस्पताल प्रबंधन करेगा। यदि कोई स्वयं सेवी संस्था शव की सुपुर्दगी लेती है तो उसे भी अस्पताल प्रशासन पांच सौ रूपये बतौर शव वाहन खर्चा देगा।
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