बिसाहड़ा कांड की रिपोर्ट को गृह मंत्रालय ने पीएमओ को सौंपा
दादरी घटना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट को गृह मंत्रालय ने पीएमओ ऑफिस को भेजकर जानकारी दी है। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार दादरी के बिसाहड़ा गांव में हुई घटना को गोमांस से जोडऩे से परहेज कर रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दादरी घटना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट को गृह मंत्रालय ने पीएमओ ऑफिस को भेजकर जानकारी दी है। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार दादरी के बिसाहड़ा गांव में हुई घटना को गोमांस से जोडऩे से परहेज कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ-साफ नहीं लिखा है कि गोमांस के सेवन के अफवाह के कारण भीड़ ने इकलाख को पीट-पीटकर मार डाला।
इसकी जगह 'प्रतिबंधित जानवर के मांस' का जिक्र किया गया है। वैसे गृह मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को सतही करार दिया है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही उप्र सरकार को विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा जाएगा। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दादरी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सभी लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।
प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मिलने की पुष्टि करते हुए गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसमें कहीं भी गोमांस का जिक्र नहीं है। इसकी जगह पर 'प्रतिबंधित पशु के मांस' का लिखा गया है। उत्तर प्रदेश के गृह सचिव कमल सक्सेना ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि 28/29 की रात्रि में लगभग 10.30 बजे एक समुदाय विशेष के कुछ व्यक्ति यों ने प्रतिबंधित पशु का वध करने का आरोप लगाकर इकलाख की हत्या कर दी व उसके बेटे दानिश को घायल कर दिया। सचिव ने कहा है कि प्रारंभिक जांच के आधार पर आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब बात यह है कि रिपोर्ट में हत्या के बाद दादरी के गांव में हो रही राजनीति का भी जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया है कि घटना के बाद किन-किन नेताओं ने गांव का दौरा किया और पीडि़त के परिवार वालों से मिले या नहीं मिले। इनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुसलमीन (एआइएमआइएम) के नेता असदउद्दीन ओवैसी, केंद्रीय राज्यमंत्री महेश शर्मा और मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी भाजपा विधायक संगीत सोम शामिल हैैं।
गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूरी रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि घटना के बाद इलाके में शांति और भाईचारा कायम करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैैं या फिर अफवाहों को रोकने के लिए क्या इंतजाम किए गए हैैं। उन्होंने कहा, घटना के बाद इलाके में शांति और भाईचारा को पुनस्र्थापित करना ज्यादा जरूरी है।