204 साल पुराना टाउन हॉल बनेगा भूकंप रोधी
पश्चिम बंगाल सरकार ने महानगर के ऐतिहासिक टाउन हॉल इमारत के टस्कन स्तंभों को मजबूत बनाने और इसे भूकंप रोधी बनाने का फैसला किया है।
कोलकाता (जागरण संवाददाता)। पश्चिम बंगाल सरकार ने महानगर के ऐतिहासिक टाउन हॉल इमारत के टस्कन स्तंभों को मजबूत बनाने और इसे भूकंप रोधी बनाने का फैसला किया है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 204 वर्ष पुरानी इस इमारत को मजबूत बनाने का फैसला विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर लिया गया। संरचना को मजबूती प्रदान करने के लिए आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञों ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। इसे भूकंप प्रूफ बनाने का निर्णय भी इसी रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। पिछले कुछ वषरें से महानगर में कई बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा,'पिछले कुछ वषरें से शहर में कई बार भूकंप के हल्के झटके आए हैं। ऐसे में इस ऐतिहासिक इमारत को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने जरूरी थे। आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञों से इमारत की पूरी मरम्मत के लिए रिपोर्ट तैयार कराई गई, ताकि भूकंप से इमारत को कुछ न हो।' उन्होंने कहा,'हम छत को स्तंभों से जोड़ने के लिए स्टील का इस्तेमाल करेंगे। साथ ही चारों ओर फाइबर-रेनफोर्सड कंकरीट लगाएगा। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भूकंप आने की स्थिति में इमारत मजबूती से खड़ी रहे।'
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) 18 महीनों के भीतर इस प्रक्रिया को पूरा करेगा। अधिकारी ने बताया कि इस पूरी इमारत में प्रकाश की व्यवस्था में परिवर्तन करने की भी योजना है।
कैसे बने था टाउन हॉल
वास्तुकार-इंजीनियर मेजर जनरल जॉन गार्सि्टन ने टाउन हॉल का डिजाइन तैयार किया था और इसके लिए लॉटरी के जरिए रुपये जुटाए गए थे। वर्ष 1867 में टाउन हॉल का संरक्षण कोलकाता नगर निगम को सौंपा गया। वर्ष 1897 में आशिक रूप से इमारत का जीर्णोद्धार किया गया।
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