पाकिस्तान, बांग्लादेश से आकर बसे हिंदुओं को एमबीबीएस में सीधा प्रवेश
इन छात्रों को किसी भी केंद्रीय प्रवेश परीक्षा में भाग नहीं लेना होगा। इनका चयन अकादमिक मेरिट के आधार पर किया जाएगा।
नई दिल्ली, आइएएनएस। पाकिस्तान और बांग्लादेश से आकर भारत में बसे हिंदुओं को इस शैक्षिक सत्र से एमबीबीएस और बीई पाठ्यक्रमों में सीधा प्रवेश मिल सकेगा। इन छात्रों को किसी भी केंद्रीय प्रवेश परीक्षा में भाग नहीं लेना होगा। इनका चयन अकादमिक मेरिट के आधार पर किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी। मंत्रालय पहले ही देशभर के संस्थानों में विकासशील देशों के छात्रों के लिए एमबीबीएस, बीडीएस, बीई, बी फार्मा और इनसे संबंधित डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए स्ववित्तपोषित योजना चला रहा है। इसके तहत योग्य छात्र इन पाठ्यक्रमों में सीधे प्रवेश पा सकते हैं। उन्हें अपनी शिक्षा, रहने और भोजन की पूरी व्यवस्था अपने खर्च पर करनी होती है। योग्यता पर खरे पाए जाने के बाद संस्थान की संस्तुति पर इन छात्रों को छात्र वीजा दिया जाता है।
मौजूदा शैक्षिक सत्र से विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से यहां आकर बसे हिंदुओं को भी इस योजना में शामिल करने का फैसला लिया है। एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए छात्रों को 12वीं या समकक्ष कक्षा में भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान में न्यूनतम 60 फीसद और अंग्रेजी में न्यूनतम 50 अंक हासिल करना होंगे। इंजीनिय¨रग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 12वीं या समकक्ष परीक्षा में भौतिकी, रसायन और गणित में न्यूनतम 60 फीसद और अंग्रेजी में 50 फीसद अंक अनिवार्य होंगे। इच्छुक अभ्यर्थी 19 अगस्त तक विदेश मंत्रालय के अवर सचिव (शिक्षा) के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।
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