बांग्लादेश में हिंदू की चाकुओं से गोदकर हत्या, आइएस ने ली जिम्मेदारी
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमले बादस्तूर जारी हैं। शनिवार को भी बाइक पर आए तीन युवकों नेे निखिल की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी।
ढाका, प्रेट्र। मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की ताजा घटना में शनिवार को एक हिंदू की निर्मम हत्या कर दी गई। पेशे से दर्जी 50 वर्षीय निखिल चंद्र जोरदर की तंगेल जिले के दुबेल में हमलावरों ने चाकुओं से गोद-गोदकर हत्या कर दी। ढाका ट्रिब्यून के अनुसार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने घटना की जिम्मेदारी ली है।
गोपालपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी मोहम्मद अब्दुल जलील ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार तीन युवक दोपहर के वक्त जोरदर की दुकान पर पहुंचे। दो युवकों ने दुकान में घुसकर मौत होने तक चाकुओं से उन पर हमला किया। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गए। वे मौके पर एक काले रंग का थैला छोड़कर गए थे जिसमें बम जैसी तीन-चार वस्तुएं थी।
जलील ने बताया कि पैंगबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजक टिप्पणी के कारण 2012 में जोरदर के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। तीन महीने जेल में रहने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था। पुलिस का मानना है कि इसी वजह से उनकी हत्या की गई है। गौरतलब है कि बांग्लादेश में हाल के समय में अल्पसंख्यकों, उदारवादी ब्लॉगरों, बुद्धिजीवियों और विदेशियों की हत्या की सिलसिलेवार घटनाएं हुई है।
बीते शनिवार को एक उदारवादी प्रोफेसर की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इसकी भी जिम्मेदारी आइएस ने ही ली थी। इसके दो दिन बाद बांग्लादेश की एकमात्र समलैंगिक पत्रिका के संपादक की कट्टरपंथियों ने हत्या कर दी थी। फरवरी में एक पुजारी की और बीते साल चार उदारवादी ब्लॉगरों को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया था।
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