हिंदुओं की मदद से हो चुकी है 20 मुस्लिम बेटियों की शादी
बिसाहड़ा कांड से हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय की एकता तार-तार हुई है। गांव के बुजुर्गों को इस कांड से करारा झटका लगा है। गांव की एकता की मिसाल देते-देते बुजुर्गों की आंखों में आंसू छलक रहे हैं।
प्रवीण सिंह, ग्रेटर नोएडा। बिसाहड़ा कांड से हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय की एकता तार-तार हुई है। गांव के बुजुर्गों को इस कांड से करारा झटका लगा है। गांव की एकता की मिसाल देते-देते बुजुर्गों की आंखों में आंसू छलक रहे हैं।
बिसाहड़ा गांव में 55 मुस्लिम परिवार रहते हैं, जिनकी संख्या कुल 300 के करीब है। अब तक 20 मुस्लिम बेटियों की शादी में हिंदुओं ने आर्थिक रूप से मदद की है। गांव में भाईचारे के माहौल को क्यों बिगाड़ने की कोशिश की गई, इसका जवाब बुजुर्ग आपसी बैठक करके ढूंढ़ निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
बिसाहड़ा गांव के हिंदुओं लोगों ने मिलकर गांव की बीस मुस्लिम बेटियों की शादी कराई है। दस हजार से लेकर दो लाख तक की आíथक मदद की है। तीन साल पहले इकलाख की बेटी मुमताज की शादी में राजेंद्र सिंह के घर के अंदर ही टेंट लगातार बरातियों को भोजन कराया गया था।
हाल ही में गांव के हिंदुओं ने दो लाख रुपये एकत्र कर मस्जिद की मरम्मत कराई थी। बुजुर्गो का कहना है कि इस घटना से गांव की छवि तो खराब हुई ही है साथ ही लोगों की मानसिकता को भी ठेस पहुंची है।