सिद्धू पर फैसले को कांग्रेस हाईकमान की पूरी छूट
नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में लाने के लिए पार्टी हाईकमान ने पंजाब इकाई को खुली छूट दे दी है।
नई दिल्ली। भाजपा छोड़ राजनीतिक दोराहे पर खड़े प्रसिद्ध क्रिकेटर-कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में लाने के लिए पार्टी हाईकमान ने पंजाब इकाई को खुली छूट दे दी है। पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश इकाई से कहा है कि यदि सिद्धू कांग्रेस में आते हैं तो उनकी हर जायज शर्त मानी जाएगी।
पंजाब चुनाव में कांग्रेस के सियासी ग्राफ को आम आदमी पार्टी के मुकाबले आगे बढ़ाने के लिए पार्टी हाईकमान भी सिद्धू के रूप में अचानक आए मौके को छोड़ना नहीं चाहता। पार्टी का आकलन है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि सिद्धू की पूरे पंजाब में एक साख है।
खासकर पिछले पांच सालों में भाजपा में रहकर भी पूर्व क्रिकेटर और उनकी पत्नी ने अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार की जिस तरह मुखर आलोचना की है, उससे भी पंजाब के लोगों में उनकी सियासी साख बढ़ी है। ऐसे में सिद्धू अगर कांग्रेस के साथ आते हैं तो न केवल अकाली-भाजपा गठबंधन बल्कि आम आदमी पार्टी की भी चुनौती बढ़ेगी।
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आम आदमी पार्टी से सिद्धू की वार्ता टूटने के बाद कांगे्रस को उम्मीद है कि अब पूर्व क्रिकेटर के लिए उसका घर ही सबसे बेहतर विकल्प है। इन हालात में भाजपा में लौटना उन्हें खुद गवारा नहीं होगा तो आप उन्हें किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री उम्मीदवार नहीं बनाएगी। आप उन्हें ज्यादा से ज्यादा नंबर दो की पोजिशन दे सकती है।
लेकिन आप के सियासी नियमों के हिसाब से सिद्धू की विधायक पत्नी को अपनी राजनीति को विराम देना होगा। इस मामले में सिद्धू के लिए कांग्रेस ही बेहतर विकल्प होगी क्योंकि उनके साथ उनकी पत्नी को भी सम्माजनक मौका मिलेगा।
गौरतलब है कि शुरुआत में ही कांग्रेस ने सिद्धू को पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के बाद नंबर दो के रूप में उप मुख्यमंत्री और सिद्धू की पत्नी को अमृतसर लोकसभा सीट से उपचुनाव में टिकट की पेशकश के संदेश के साथ पार्टी में आने का संदेश भेज दिया था। सिद्धू के परिवार के साथ कांग्रेस के पुराने जुड़ाव का हवाला देकर भी उन्हें मनाने की कोशिशें चल रही हैं। पंजाब कांग्रेस के सबसे दिग्गज चेहरे कैप्टन अमरिंदर खुद सिद्धू को पार्टी में लाने की कसरत में जुटे हैं।
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