केदारनाथ में भारी हिमपात, पुनर्निर्माण प्रभावित
मौसम के तेवर देखते हुए केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो की रफ्तार पर असर पड़ना तय है। आमतौर पर दिसंबर में बर्फ से ढंक जाने वाले केदारनाथ क्षेत्र में इस बार अक्टूबर में ही भारी हिमपात हो गया है। केदारनाथ के पुनर्निर्माण से जुड़े उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रधानाचार्य कर्नल अजय
रुद्रप्रयाग, जागरण संवाददाता। मौसम के तेवर देखते हुए केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो की रफ्तार पर असर पड़ना तय है। आमतौर पर दिसंबर में बर्फ से ढंक जाने वाले केदारनाथ क्षेत्र में इस बार अक्टूबर में ही भारी हिमपात हो गया है। केदारनाथ के पुनर्निर्माण से जुड़े उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रधानाचार्य कर्नल अजय कोठियाल भी मानते हैं कि समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर काम करना किसी चुनौती से कम नहीं है। इसके बावजूद निम की टीम दिसंबर में भी कार्य करेगी। बीते वर्ष जून में आई आपदा के बाद से केदारनाथ को बसाने में जुटी सरकार ने इस बार शीतकाल में भी पुनर्निर्माण कार्य जारी रखने का फैसला किया है। तय किया गया कि अगले साल 15 जनवरी तक केदारनाथ में निर्माण कार्य जारी रखे जाएंगे। दरअसल, 24 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि निर्माण कार्यो में तेजी आएगी, लेकिन तब से मौसम के तेवर बदले हुए हैं। पिछले दिनों केदारनाथ में खासा हिमपात हो चुका है और तापमान में भी गिरावट आई है। वायुसेना का मालवाहक हेलिकॉप्टर एमआई-26 गौचर से उड़ान नहीं भर पा रहा है।
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