केरल : बैंकों और एटीएम के बाहर का नहीं बदला नजारा, सैलरी निकालने के लिए मारामारी
केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के 42 कोषागारों को सुबह 11.30 बजे तक कैश नहीं मिला। जबकि सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से सैलरी और पेशन बांटने के लिए
तिरुवनंतपुरम, पीटीआई। दिसंबर महीने की पहली तारीख है लेकिन नोटबंदी के चलते कैश निकालने में तकलीफ उतनी ही है जितनी पहले थी। केरल में बैंक और कोषागारों में सुबह से लंबी लाइन देखने को मिली। जबकि दावा किया गया था कि जिन लोगों की सेलरी और पेंशन आई है उन लोगों को परेशानी नहीं होगी।
देशभर के नौकरी पेशा तबके की टेंशन तनख्वाह पाने की ही है, इसलिए बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें हैं। तमाम नौकरीपेशा लोग एटीएम मशीनों का रुख कर रहे हैं ऐसे में कतारें भी रोज से ज्यादा लंबी हैं। सुबह से ही बैंकों के बाहर लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।
पढ़ें- मल्टीप्लेक्स, एयरपोर्ट और दुकानों पर हर पैक आइटम के लिए हो एक MRP
केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के 42 कोषागारों को सुबह 11.30 बजे तक कैश नहीं मिला। जबकि सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से सैलरी और पेशन बांटने के लिए 153 करोड़ रुपये की मांग की थी लेकिन आरबीआई ने सिर्फ दोपहर तक सिर्फ 75 करोड़ रुपये ही दिए हैं।
आरबीआई ने बुधवार को कहा था कि सैलरी और पेंशन बांटने के लिए वो 1000 करोड़ रुपये जारी करेगी, हालांकि बैंक ने 500 करोड़ रुपये तो जारी किए हैं लेकिन परेशानी कम नहीं हुई है। लोग अपनी पेंशन लेने के लिए तड़के सुबह से ही लाइन में लग गए थे।
पेंशन लेने आए बुजुर्ग अपनी अपनी परेशानियां गिना रहे थे। लाइनें इतनी लंबी लगी थी कि उन्हें लग रहा था कि पेंशन मिल ही नहीं पाएगी।
पढ़ें- नोटबंदी के बाद महीने की पहली तारीख को बैंकों, एटीएम पर लंबी कतारें