देश के कई राज्य बाढ़ से बेहाल, पीएम ने राहत कार्यों में दिया मदद का आश्वासन
देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से आम जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हालात बेहद खराब हैं। मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और बिहार में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बेहद खराब हैं। बाढ़ से बिहार की राजधानी पटना में रविवार को राहत की स्थिति रही। लेकिन बाकी आठ बाढ़ प्रभावित जिलों में आफत बरकरार रही। राज्य में कमोबेश चार चार लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर जानकारी दी गयी है जिसमें पीएम ने कहा है, "केंद्र ने राहत और बचाव कार्यों में पूरा सहयोग देने का वादा किया है। मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह स्थिति पर नजदीक से नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली है।"
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार हालात से निपटने के लिए प्रभावित राज्यों की हरसंभव मदद करेगी। गृहमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि बिहार, यूपी, मध्यप्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से बातचीत हुई है। मुख्यमंत्रियों ने बाढ़ की ताजा स्थिति से अवगत कराया है।
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद और बलिया में हालात ज्यादा बिगड़ गए हैं। इन दोनों शहरों के नए इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। पश्चिम बंगाल के मालदा में भी गंगा के रौद्ररूप से तबाही है। लगातार बारिश के कारण मध्य प्रदेश के रीवा, निमाड़ और मंदसौर में जनजीवन अस्तव्यस्त है।
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बिहार में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित
बिहार में बाढ़ के हालात की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना को सुरक्षित बताते हुए लोगों को बेफिक्र रहने की सलाह दी है। सोन का डिस्चार्ज गंगा में शनिवार को 11.62 लाख क्यूसेक था जो रविवार की दोपहर घटकर 3.60 लाख क्यूसेक हो गया। इस कारण पटना के घाटों पर गंगा के जलस्तर में थोड़ी कमी आई। सोन में आने वाले उफान की संभावना के मद्देनजर पटना समेत बक्सर, भोजपुर, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर व कटिहार में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच दो दिनों में बाढ़ से सात लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं।
गंगा में उफान के कारण आरा-बक्सर मार्ग पर आवागमन ठप है। छपरा-सोनपुर व छपरा-मांझी मार्ग पर सात फीट पानी बह रहा है। हाजीपुर में 15 हजार लोगों ने राहत कैंप व ऊंचे स्थानों पर शरण ले रखी है। बेगूसराय में बछवाड़ा प्रखंड में रिंग बांध टूट गया है। इससे दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है। भागलपुर में गंगा खतरे के निशान से 61 सेमी ऊपर बह रही है। खगड़िया, मुंगेर, कटिहार, भागलपुर और लखीसराय में पानी की भयावहता दिख रही है।
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पश्चिम बंगाल: ढह गया पूरा गांव
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में कालियाचक के बाद अब मानिकचक इलाके में गंगा नदी का कटाव तेजी से शुरू हो गया है। रविवार को नदी कटाव में मानिकचक का ढोराईटोला गांव पूरी तरह से ढह गया। इसके अलावा कालियाचक 3 न. ब्लॉक के अंर्तगत कई इलाके भी गंगा कटाव से प्रभावित हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश: इलाहाबाद में 12 हजार बेघर
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बाढ़ से हालात और बिगड़ गए हैं। इलाहाबाद में अब तक 12 हजार से ज्यादा लोग बेघरबार हो गए हैं। उन्हें राहत शिविरों में ठहराया गया है। प्रशासन ने एनडीआरएफ की 35 टीमों की मांग की है। सेना पहले से ही सतर्क है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के मीरजापुर से लेकर बलिया तक बाढ़ का कहर जारी है। बलिया और गाजीपुर में एनडीआरएफ और जलपुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है।
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बलिया जिले में बाढ़ की स्थिति और भयावह हो गई है। एनडीआरएफ व फ्लड पीएसी के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। गंगा हाई डेंजर लेबल से ऊपर बह रही है। दूबे छपरा रिंग बांध पर पानी का दबाव बना हुआ है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए छपरा-बलिया के बीच रात 11 बजे से सुबह आठ बजे तक रेल परिचालन ठप था। एनएच 31 पर भी पानी का दबाव बना हुआ है।
मध्य प्रदेश: रीवा के 13 गांव बने टापू
मध्य प्रदेश में रीवा जिले के त्योंथर व जवा तहसील में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। टमस नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। यहां 13 गांव टापू बन गए हैं। 32 गांव का संपर्क त्योंथर मुख्यालय से टूटा हुआ है। प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्थानीय मंत्री राजेंद्र शुक्ल का पद्मधर कॉलोनी में विरोध हुआ।
राजस्थान में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
राजस्थान के 7 जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए। प्रदेश में भारी बारिश से कई गांव टापू बन गए है। वहीं लगातार हो रही बारिश से प्रतापगढ़, चित्तौडग़ढ़, बांसवाड़ा, झालावाड़ा, बांरा सहित कई जिलों में पानी में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। आदिवासी जिले प्रतापगढ़ जिले के धरियावद में दो जगह से 33 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है।
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