पांच राज्यों में 500 करोड़ का हवाला
मध्य प्रदेश में कटनी के हवाला कारोबारी मनीष सरावगी व नरेश पोद्दार के यहां आयकर विभाग के छापे के दौरान अफसरों को करीब 500 करोड़ रुपये हवाला के जरिये भेजने का ब्योरा मिला है।
नई दुनिया ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश में कटनी के हवाला कारोबारी मनीष सरावगी व नरेश पोद्दार के यहां आयकर विभाग के छापे के दौरान अफसरों को करीब 500 करोड़ रुपये हवाला के जरिये भेजने का ब्योरा मिला है। दोनों कारोबारियों ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र सहित पांच राज्यों में अरबों रुपये का लेनदेन किया। दो दिन चली छानबीन के बाद विभाग ने उनके ठिकाने पर अपनी सील लगा दी है।
छापे में जांच अधिकारियों को कटनी के कई बड़े व्यापारियों का ब्योरा भी मिला है, जिन्होंने सरावगी व पोद्दार को करोड़ों रुपये नकद देकर दूसरे राज्यों में चेक के जरिये भुगतान भेजा। इन व्यापारियों का रिकॉर्ड जब्त कर विभाग अब उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ करेगा। आयकर अफसरों ने जो रिकॉर्ड जब्त किया है, उसमें करीब 500 करोड़ के लेनदेन का ब्योरा है। दोनों ठिकानों से मिले दस्तावेजों में अनेक व्यापारियों के नाम-पते दर्ज हैं। जिले के इन व्यापारियों ने नंबर दो में लाखों रुपये नकद देकर चेक हासिल कर दूसरे राज्यों के व्यापारियों को भुगतान की रकम भेजी। इनमें माइनिंग, कोयला व अन्य व्यापार से जुड़े कारोबारी हैं।
व्यापारियों को भेजे नोटिस
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, हवाला कारोबार के जरिये अपनी काली कमाई को नंबर एक में बदलकर जिन व्यापारियों को राशि भेजी गई, उनका भी रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उन्हें नोटिस भेजकर लेनदेन का ब्योरा मांगा गया है। कटनी से यह राशि मध्य प्रदेश के अन्य शहरों, छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र सहित दो अन्य राज्यों में भी भेजी गई है। विभाग को पांच राज्यों के डिटेल मिले हैं। कटनी के जिन व्यापारियों के नाम मिले हैं, उनके बहीखातों में करोड़ों रुपये की इस रकम की एंट्री तलाशी जा रही है। सरावगी व पोद्दार के अलावा दूसरे व्यापारियों के पिछले छह साल के आयकर रिटर्न भी निकलवाए गए हैं।
कटनी में लगाया पीओ
आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई दो दिन बाद रोक कर पीओ (प्रोहिबेटरी ऑर्डर) लगा दिया है। उनके यहां दो कमरे में आयकर विभाग ने अपनी तालाबंदी कर दी है। दोनों हवाला कारोबारियों से पूछताछ के बाद पीओ हटाया जाएगा। दोनों कारोबारियों के दस्तावेज व प्रारंभिक पूछताछ में जिन व्यापारियों के नाम मिले हैं, उन सभी की बैलेंस शीट के जरिये यह भी तलाश की जा रही है कि इस कारोबार में और किन-किन लोगों का हाथ है।