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कचरे के ढेर पर कारगिल हनुमान मंदिर

जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर स्थित जेएम गैरेज पेट्रोल पंप के पास सड़क किनारे फैला कचरा क्षेत्र की बदहाली बयां कर रहा है। कचरे के ढेर यहां

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 11:00 AM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 11:37 AM (IST)
कचरे के ढेर पर कारगिल हनुमान मंदिर

ऊधमपुर। जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर स्थित जेएम गैरेज पेट्रोल पंप के पास सड़क किनारे फैला कचरा क्षेत्र की बदहाली बयां कर रहा है। कचरे के ढेर यहां से सुभाष चौक तक लगे हुए हैं, लेकिन इनको साफ करने की जहमत न नगर परिषद उठा रही है और न ही प्रशासन।

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स्वच्छता अभियान तो चलाया गया, लेकिन अभी भी पेट्रोल पंप से चंद मीटर के फासले पर हाईïवे किनारे कचरे का ढेर नजर आता है। इस कचरे को आसपास स्थित मुहल्लों में बने घरों और दुकानदारों ने रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले तक में फेंका है। इस तरह से खुले में कचरा फेंकने की आदत न बदलने से साफ है कि लोग इस अभियान से दिल से नहीं जुड़े हैं। यही वजह है कि वह कचरे को उचित जगह पर फेंकने की बजाए पहले की तरह आसपास निर्धारित स्थानों पर फेंक देते हैं। ऐसा करने से पहले एक बार भी स्वच्छ भारत अभियान के बारे में नहीं सोचते। लोगों की खुले में कचरा फेंकने की आदत में बदलाव न होना ही शहर में कचरे के ढेर लगे होने की मुख्य वजह है।
कचरे के यह ढेर कारगिल हनुमान मंदिर, पेट्रोल पंप के पास और सुभाष चौक सहित अन्य कई जगहों पर नजर आते हैं। लोग तो अपनी आदत नहीं बदल रहे, लेकिन नगर परिषद भी कचरे को साफ करवाने के लिए ठोस कदम नहीं उठा रही। सफाई कर्मचारी कभी दो तो कभी तीन दिन बाद कचरा उठा रहे हैं।
इस क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को चाहिए कि वह खुले में कचरा फेंकने की बजाए इसे घर में छोटे कूड़ेदान में रखें और सफाई कर्मियों के कचरा उठाने वाले वाहन में डालें। इसके साथ ही कचरे को दिन की बजाए रात के समय नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई करने से पहले फेंक दें। इसके साथ ही नगर परिषद को नियमित रूप से कचरे की सफाई करने की जरूरत है। अन्यथा यह समस्या ऐसी ही बनी रहेगी।
दो अक्टूबर को जब स्वच्छ भारत अभियान से लोग जुड़े थे तो शहर के साफ होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन अब एक बार फिर लोग कचरे की समस्या को दूर करने की बजाए पहले की तरह ढेर लगा रहे हैं। जगह-जगह लगे कचरे के ढेर नगर परिषद की सफाई प्रबंधों के दावों की पोल खोल रहे हैं। इस बारे में नगर परिषद के सीईओ केके चलोत्रा का कहना है कि रोजना नगर परिषद के कर्मचारी राष्ट्रीय राजमार्ग व उसके आसपास के क्षेत्रों में सफाई करते हैं, लेकिन सफाई करने के कुछ ही देर बाद लोग फिर वहां कचरा फेंक कर चले जाते हैं।

बदबू के कारण गुजरना हुआ मुश्किल

स्वच्छ भारत अभियान को शुरू हुए करीब एक माह होने वाला है, लेकिन अभी भी लोग अपने आसपास साफ सफाई के प्रति जागरूक नहीं हैं। वह पहले की तरह कचरा फैला रहे हैं। जिसे जहां मन करता है वहीं कचरा फेंक कर चला जाता है। ऐसा ही हाल रामनगर चौक का भी है। चौक के पास खाली पड़े स्थान पर तारबंदी की गई है ताकि लोग इस जगह पर गंदगी न फेंके। इसके बावजूद लोग इसी तारबंदी के बीच खाली लिफाफे व अन्य कचरा फेंक देते हैं। इसके साथ ही इस जगह को लोग सार्वजनिक मूत्रालय की तरह प्रयोग करते हैं जिस वजह से यहां इतनी बदबू बदबू फैली रहती है कि लोगों का खड़ा होना तो दूर गुजरना तक मुश्किल हो जाता है। सबसे हैरानी की बात यह है कि यहां पर पेशाब करने और कचरा फैलाने वालों में कोई बाहरी नहीं बल्कि आसपास के दुकानदार ही शामिल हैं। ऐसे में जरूरी है कि आसपास के दुकानदार इस जगह को स्वच्छ बनाने की पहल खुद करें। यदि वह अपनी दुकानों के पास स्थित इस छोटी सी जगह को साफ रखने में सफल हुए तो स्वच्छ भारत अभियान में उनका बड़ा योगदान होगा।

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