हंसराज हंस के गनमैन को आई झपकी, 23 गोलियां सिर के पार
सूफी गायक हंसराज हंस की कोठी के बाहर तैनात गनमैन की ड्यूटी के दौरान झपकी आने से हाथ में फंसी एके 47 का ट्रिगर दब गया और 23 गोलियां सिर से पार हो गई।हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। थाना डिवीजन 4 की पुलिस ने घटनास्थल से
जालंधर। सूफी गायक हंसराज हंस की कोठी के बाहर तैनात गनमैन की ड्यूटी के दौरान झपकी आने से हाथ में फंसी एके 47 का ट्रिगर दब गया और 23 गोलियां सिर से पार हो गई।
हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। थाना डिवीजन 4 की पुलिस ने घटनास्थल से कुल 23 चले कारतूस मिले हैं। 51 वर्षीय जसबीर सिंह तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। जसबीर के साथ हेड कांस्टेबल गुरबख्श सिंह भी गनमैन था।
गुरवार को गुरबख्श सिंह छुट्टी पर था। रात को जसबीर घर के बाहर टेंट के अंदर चारपाई पर बैठा था। रात 2.18 बजे अचानक गोलियों की आवाज सुन टेलीफोन ऑपरेटर देवेंद्र व हंसराज का बेटा युवराज हंस व भाई अमरीक सिंह बाहर निकले।
टेंट के अंदर जाकर देखा तो जसबीर जमीन पर प़़डा था, गोलियां उसके सिर के आर पार हो गई थीं। पुलिस का अनुमान है कि जसबीर का अंगूठा एके 47 ट्रिगर में फंसा रह गया होगा। इसी दौरान झपकी आई और फायर होने लगे।
चूंकि गन की नाल ठुड्डी पर थी, इसलिए गोलियां सिर से पार होती गई। वहीं मौत की जानकारी पर हंसराज भी ब्यास से शुक्रवार को लौट आए।