गुर्जर आंदोलनः बेनतीजा रही सरकार से वार्ता, धरना जारी; यातायात ठप
सरकारी सेवाओं में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर के निकट पीलूपुरा में दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन पर बैठे गुर्जर समुदाय से शनिवार को राजस्थान सरकार की वार्ता तो हुई लेकिन बेनतीजा रही। प्रदेश सरकार के तीन मंत्री राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी और हेम सिंह भड़ाना ने बयाना पहुंचकर
जागरण न्यूज नेटवर्क, जयपुर। सरकारी सेवाओं में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर के निकट पीलूपुरा में दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन पर बैठे गुर्जर समुदाय से शनिवार को राजस्थान सरकार की वार्ता तो हुई लेकिन बेनतीजा रही। प्रदेश सरकार के तीन मंत्री राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी और हेम सिंह भड़ाना ने बयाना पहुंचकर गुर्जर समुदाय के प्रतिनिधियों से बातचीत की। आंदोलन को समर्थन देने के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा से भी गुर्जरों के पहुंचने की खबर है। इस दौरान रेल पटरी उखाड़े जाने और कुछ बसों में तोडफ़ोड़ की भी जानकारी मिली है। आंदोलन के तीसरे दिन भी इलाके से होकर ट्रेनों का आवागमन ठप रहा जिसके चलते यात्रियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
आंदोलनकारियों के वार्ता के लिए राजधानी जयपुर न जाने और सरकार के बातचीत के लिए कहीं और न जाने के हठ के चलते स्थिति बिगड़ती देख शनिवार को वसुंधरा सरकार ने शनिवार को अपने तीन मंत्रियों को वार्ता के लिए बयाना भेजा। बयाना आइटीआइ संस्थान में हुई वार्ता में मंत्रियों ने गुर्जर नेता कर्नल (अवकाश प्राप्त) किरोड़ी सिंह बैंसला ने अन्य को समझाने का प्रयास किया कि आरक्षण से संबंधित मामला कोर्ट में है, इसलिए गुर्जरों को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
मंत्रियों ने सरकार की ओर से गुर्जर समाज के लिए शिक्षा, सामाजिक न्याय सहित अन्य क्षेत्रों में किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार गुर्जरों को आरक्षण देना चाहती है, लेकिन मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जवाब में गुर्जर नेताओं ने कहा कि सरकार विधानसभा में गुर्जर आरक्षण पर नया विधेयक पारित करके समाज को लाभ दे दे। इसमें कोर्ट का कोई दखल नहीं रहेगा। प्रथम दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। बातचीत रविवार को भी हो सकती है। इससे पहले गुर्जर समाज ने आंदोलन स्थल पर शनिवार को सन 2008 के आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और उनका बलिदान व्यर्थ न जाने देने का संकल्प लिया।
तोड़फोड़, रास्ते रोके
जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में शनिवार को गुर्जर समाज के छात्रों ने तोडफ़ोड़ की, वहीं सीकर, बूंदी, भीलवाड़ा, कोटा में गुर्जरों ने रास्ते रोके गए। दौसा जिले में प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू करते हुए करौली, दौसा, भरतपुर जिलों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। राजस्थान के कई रूट पर ट्रेनों के आवागमन में बदलाव किया गया है। कुछ जिलों में बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ। इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली-मुंबई रेल रूट ठप
राजस्थान में गुर्जर आंदोलन से दिल्ली के रेल यात्री बेहाल हैं। इनकी परेशानी लगातार बढ़ रही है। पिछले चार दिनों से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनें या तो रद हो रही हैं या घंटों देरी से चल रही हैं। इससे कई दिनों पहले आरक्षण कराने वाले यात्रियों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। वहीं, राजस्थान सरकार और आंदोलनकारियों की वार्ता बेनतीजा रही।
कई ट्रेनें देरी से हुई रवाना
शनिवार को मुंबई राजधानी (12952) हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से लगभग सवा पांच घंटे की देरी से रवाना हुई। वहीं गोंडवाना एक्सप्रेस डेढ़ घंटे और श्रीधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस एक घंटे देर से रवाना हुई। अमृतसर से आने वाली पश्चिम एक्सप्रेस भी तीन घंटे से ज्यादा विलंब से चल रही है। ट्रेनों के देरी से चलने के कारण यात्रियों को गर्मी में घंटों रेलवे प्लेटफॉर्म पर समय गुजारना पड़ रहा है।
शनिवार को रद रहीं दिल्ली से चलने वाली ट्रेनें
- अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस (12954)
- निजामुद्दीन- कोटा डेली सुपरफास्ट स्पेशल (09808)
- कोटा- निजामुद्दीन जनशताब्दी एक्सप्रेस (12060)
- निजामुद्दीन- बांद्रा टर्मिनल युवा एक्सप्रेस (12248)
- निजामुद्दीन-एरलाकुलम दोरंतो एक्सप्रेस (12284)
- स्वराज एक्सप्रेस (12472)
- गुजरात संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (12918)
- फिरोजपुर-मुंबई सेंट्रल जनता एक्सप्रेस (19024)
- कोटा जम्मू तवी साप्ताहिक एक्सप्रेस (19803)
- नई दिल्ली- मुंबई सेंट्रल प्रीमियम एक्सप्रेस (22914)