विचित्र काया से मिलेनी को मिला मॉडलिंग में मुकाम
यदि कोई व्यक्ति शारीरिक सुंदरता के पैमाने पर पीछे है तो क्या वह मॉडलिंग जैसे पेशे में अपनी जगह बना सकता है। सतही तौर पर इसका जवाब ना में ही मिलेगा, लेकिन मिलेनी गेड्स को देखकर ऐसा महसूस नहीं होता।
जागरण डेस्क, नई दिल्ली। यदि कोई व्यक्ति शारीरिक सुंदरता के पैमाने पर पीछे है तो क्या वह मॉडलिंग जैसे पेशे में अपनी जगह बना सकता है। सतही तौर पर इसका जवाब ना में ही मिलेगा, लेकिन मिलेनी गेड्स को देखकर ऐसा महसूस नहीं होता। 27 वर्षीय मिलेनी एक अनुवांशिक बीमारी की शिकार हैं, जिसमें दांत, नाखून, बाल और यहां तक कि हड्डियों पर गहरा भी असर पड़ता है। नतीजा, मिलेनी के सिर पर न तो बाल हैं और न ही दांत। बावजूद इसके वह एक सफल मॉडल के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर चुकी हैं।
अमेरिका के कनेक्टीकट राज्य निवासी मिलेनी एक्टोडर्मल डिस्प्लेसिया नामक रोग से जूझ रही हैं। बचपन में उनके कॉर्निया पर चोट पहुंची थी, जिससे उनकी नजर पर असर पड़ा था। 26 वर्ष की आयु में एक टॉक शो का हिस्सा बनते समय उन्होंने पहली बार नकली दांत लगवाए, लेकिन आठ महीने बाद ही उन्होंने उनका इस्तेमाल बंद कर दिया। अब वह अपने असली रूप से ही खुश हैं।
मॉडलिंग की प्रेरणा और शुरुआत
मिलेनी हमेशा से खुद को बड़े पर्दे पर देखना चाहती थीं। लिहाजा, एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने मॉडलिंग में किस्मत आजमाने का फैसला किया था। हालांकि इससे पहले वह कला के क्षेत्र में प्रशिक्षण ले रही थीं। इस दौरान अपनी तस्वीरों को देखते हुए उन्होंने अपनी खासियत पर गौर किया। उनके छोटे से पोर्टफोलियो को देखकर उन्हें एक म्यूजिक वीडियो का हिस्सा बनने का मौका मिला। बाद में मॉडलिंग के अन्य अनुबंध भी उनके पास आए। मिलेनी को अपनी बीमारी को लेकर कोई अफसोस नहीं हैं। मिलेनी के शब्दों में, 'लोग मुझसे पूछते थे, बिना दांतों के तुम कैसे खाती हो? मेरा जवाब है कि लोग बिना टांगों के दौड़ते भी हैं। यह सब सिर्फ सोचने की बात है।