बम के हमले में जख्मी महाकवि निराला के पौत्र की मौत, परिवार में कोहराम
इलाहाबाद में फायरिंग व बमबाजी के दौरान जख्मी महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के पौत्र अखिलेश त्रिपाठी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
इलाहाबाद (जेएनएन)। दारागंज में फायरिंग व बमबाजी के दौरान जख्मी महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के पौत्र अखिलेश त्रिपाठी ने आधी रात के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। बम लगने से उनकी पीठ में गहरा जख्म हो गया था। गुरुवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद उनका शव दारागंज स्थित घर ले जाया गया। बाद में दारागंज घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।उल्लेखनीय है कि बुधवार सुबह दारागंज सब्जी मंडी में बाइक से आए हमलावरों ने गगन निषाद को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी की थी। उस दौरान वहां सब्जी खरीद रहे अखिलेश त्रिपाठी (50) को एक बम लग गया था। बम लगने से उनकी पीठ का निचला हिस्सा उड़ गया था। अनारा देवी नामक एक महिला भी जख्मी हुई थी।
तस्वीरों में देखें-विंध्यधाम में उमड़ता आस्था का सैलाब
अखिलेश त्रिपाठी का जख्म गहरा होने के कारण उनकी पल्स 35 से 40 के बीच थी, ऐसे में उन्हें किसी और अस्पताल रेफर नहीं किया जा सका। रात में एडीजी एसएन साबत अस्पताल पहुंचे थे। उपचार के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन पर निवर्तमान मेयर अभिलाषा गुप्ता, पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण समेत तमाम कवि, साहित्यकार और राजनीतिक दलों से जुड़े लोग शोक व्यक्त करने पहुंचे। बदमाशों की आपसी रंजिश में बेगुनाह अखिलेश की मौत पर शहरियों में गुस्सा है। दो गोली लगने से घायल गगन निषाद की हालत में सुधार है।
यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में काशी में फहराए जाएंगे सौ तिरंगा
निराला के पुत्र रामकृष्ण त्रिपाठी जीआइसी में संगीत के अध्यापक थे। उनके चार बेटों में सबसे छोटे अखिलेश इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्राचार शिक्षण संस्थान में कार्यालय सहायक के रूप में तैनात थे। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी एमए प्रथम वर्ष और छोटी बेटी बिशप जानसन में कक्षा नौ की छात्रा है।
यह भी पढ़ें: पहली बार सैनिक स्कूल में मिलेगा बेटियों को दाखिला