1984 दंगा: जांच के लिए गठित हो सकती है एसआइटी
मोदी सरकार 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए विशेष जांच दल(एसआइटी) का गठन कर सकती है। गृह मंत्रालय ने इस बात के संकेत दिए हैं कि केंद्र सरकार जांच के लिए एसआईटी बना सकती है। यह एसआईटी उन मामलों की जांच करेगी, जिन्हें पुलिस ने बंद
नई दिल्ली। मोदी सरकार 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए विशेष जांच दल(एसआइटी) का गठन कर सकती है। गृह मंत्रालय ने इस बात के संकेत दिए हैं कि केंद्र सरकार जांच के लिए एसआईटी बना सकती है। यह एसआईटी उन मामलों की जांच करेगी, जिन्हें पुलिस ने बंद कर दिए थे या फिर जो मामले अभी कोर्ट में आए ही नहीं। इस बारे में दिल्ली के चुनावों के बाद ऐलान किया जाएगा।
सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए एसआइटी के गठन की मांग लेकर मनजीत सिंह के साथ एसएडी नेताओं का एक ग्रुप आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिला। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त जस्टिस माथुर कमिटी ने सिख विरोधी दंगों की फिर से जांच करने के लिए एसआइटी गठित करने की सिफारिश की है। समिति ने पिछले सप्ताह गृहमंत्री राजनाथ सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी है।
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सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार जल्द फैसला लेने जा रही है कि जिन पीड़ितों को अभी तक न्याय नहीं मिल सका है, उनके मामलों की जांच फिर से कराई जाएगी। इसे लिए एसआइटी का गठन किया जाए। इसके सदस्यों में कौन लोग होंगे उसके बारे में गृह मंत्रालय का कहना है कि यह फैसला रिटायर्ड जस्टिस जीपी माथुर की रिपोर्ट को आधार बनाकर लिया जाएगा।
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गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी अपनी रैलियों में ऐलान कर चुके हैं कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई, तो वह इस मामले में एसआईटी का गठन करेंगे।