जेटली खुद ढूंढ़ेंगे युद्ध स्मारक की जगह
बजट में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और युद्ध संग्रहालय के एलान के साथ ही सरकार ने इसकी निर्माण योजना पर भी कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री अरुण जेटली के मुताबिक जल्द ही इस परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। देश में आजादी के बाद पहला युद्ध स्मारक बनाने के लिए सही जगह के चुनाव की कवायद अगले सप्ताह से शुरू हो
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। बजट में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और युद्ध संग्रहालय के एलान के साथ ही सरकार ने इसकी निर्माण योजना पर भी कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। रक्षा मंत्री अरुण जेटली के मुताबिक जल्द ही इस परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। देश में आजादी के बाद पहला युद्ध स्मारक बनाने के लिए सही जगह के चुनाव की कवायद अगले सप्ताह से शुरू होगी। जेटली दो-तीन दिन में ही तीनों सेना प्रमुखों के साथ दौरा कर इंडिया गेट के करीब सही स्थान का चुनाव करेंगे। रक्षा मंत्री ने 15वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर देश भर में कारगिल के शहीदों की याद में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
रक्षा मंत्री जेटली ने कहा कि सरकार इंडिया गेट और इसके नजदीक उपलब्ध स्थानों में बेहतरीन का चुनाव करने के बाद भव्य युद्ध स्मारक की योजना पर काम शुरू करेगी। बजट घोषणा के मुताबिक युद्ध स्मारक व युद्ध संग्रहालय बनाने की समयसीमा पर रक्षा मंत्री ने इतना ही कहा कि इसे बनाने में वक्त लेगा। लिहाजा, अभी कोई समयसीमा तय नहीं है। वित्त मंत्री जेटली ने 10 जुलाई को अपने बजट भाषण में युद्ध स्मारक व संग्रहालय के लिए 100 करोड़ रुपये देने का एलान किया था। कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले वीरों की शहादत को सलामी देने के बाद जेटली ने कहा कि बजट में हमने केवल कुछ धनराशि दी है, जो बताती है कि इस कार्य के लिए प्रावधान है। इससे आगे भी जो धन लगेगा हम मुहैया कराएंगे। देश में एक युद्ध स्मारक की मांग काफी समय से चली आ रही थी। सरकार इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षा मंत्री युद्ध संग्रहालय के लिए सेनाओं द्वारा प्रिंसेज पार्क में सुझाए स्थान का दौरा पहले ही तय कर चुके हैं। युद्ध संग्रहालय योजना के संबंध में उन्होंने बताया कि विस्तृत कार्ययोजना तय होने के बाद विभिन्न विभागों की मंजूरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विजय दिवस के मौके पर द्रास, नगालैंड, उत्तराखंड, चंडीगढ़ सहित पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित कर शहीदों को याद किया गया। चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में रह रहे सेवानिवृत्त सैन्य अफसरों ने पंचकूला के मेजर शंकला युद्ध स्मारक पर कारगिल के शहीदों को सलामी दी। देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शिरकत की।
दोस्ती के साथ गोलीबारी
पाक की ओर से दोस्ती का हाथ बढ़ाने के साथ ही सीमा पर गोलीबारी पर रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यह निश्चय ही एक मुद्दा है। इस मामले को हम पहले भी उठाते रहे हैं और निश्चय ही विदेश सचिव स्तर पर होने वाली अगली वार्ता में भी इसे उठाया जाएगा। बीते दिनों विदेश सचिव स्तरीय वार्ता की तारीखों के एलान से पहले हुई फोन वार्ता में भी भारतीय विदेश सचिव सुजाता सिंह ने सीमा पर गोलीबारी को लेकर भारत की नाराजगी जताई थी।
'कारगिल विजय दिवस पर राष्ट्र शहीदों को सलाम करता है। आज भी उनके अदम्य साहस और बलिदान की यादें ताजा हैं।'-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
'भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों की बहादुरी और साहस प्रशंसनीय है। सेनाएं पूरे सम्मान और प्रतिबद्धता के साथ देश के मोर्चो पर डटी रहें।' -प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति
'सेना सीमा पर पूरी मुस्तैदी से तैनात है। सेना देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने में सक्षम है। आपकी सेना किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार है।'-जनरल बिक्रम सिंह, सेना प्रमुख
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