Move to Jagran APP

राशन कार्डो को आधार से जोड़ सरकार ने बचाए दस हजार करोड़

खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सस्ता अनाज बांटने की राशन प्रणाली को आधार नंबर से जोड़ सरकार ने 10000 करोड़ रुपये की सब्सिडी की सीधी बचत की है।

By kishor joshiEdited By: Published: Sun, 29 May 2016 01:01 PM (IST)Updated: Sun, 29 May 2016 01:54 PM (IST)
राशन कार्डो को आधार से जोड़ सरकार ने बचाए दस हजार करोड़

सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सस्ता अनाज बांटने की राशन प्रणाली को आधार नंबर से जोड़कर सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी की सीधी बचत की है। जबकि, अभी केवल 56 फीसद राशन कार्डो को ही आधार नंबर से जोड़ा जा सका है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले व खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि राशन प्रणाली की लीकेज को रोकने की पूरी कोशिश की जा रही है।

loksabha election banner

पढ़ें: आधार कार्ड को मनी बिल के रूप में पेश करने के मामले में अटार्नी जनरल तलब

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून देश के 33 राज्यों में लागू हो चुका है। जबकि, तमिलनाडु और केरल में विधानसभा चुनाव होने की वजह से इसका क्रियान्वयन नहीं हो सका है। पूर्वोत्तर के नगालैंड में इसे लागू नहीं किया जा सका है। पासवान ने बताया कि सारे राज्यों में जहां यह कानून लागू किया गया है, उन राज्यों में पहले शत प्रतिशत राशन कार्डो का डिजिटलीकरण किया गया। इसके साथ दूसरा चरण सभी राशन कार्डो को आधार नंबर से जोड़ा जा रहा है। इनमें भी कुछ राज्य बहुत आगे हैं। इसके चलते अब तक 1.62 करोड़ राशन कार्ड फर्जी पाए गए। सरकार की इस पहल से सीधे तौर पर खाद्य सब्सिडी की होने वाली चोरी पर रोक लगी है। पासवान ने एक आंकड़ा देते हुए बताया कि कुल 10 हजार करोड़ रुपये की खाद्य सब्सिडी की बचत हुई है।

पढ़ें- लाभार्थियों के बैंक खाते से आधार लिंक करने की रफ्तार सुस्त

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश के बाकी बचे 44 फीसद राशन कार्ड को आधार से जोड़ देने पर कम से कम से 50 लाख राशन कार्ड फर्जी पाए जाएंगे। इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए सरकार ने राशन कार्ड को आधार से जोड़ने के लिए राज्यों पर लगातार दबाव बनाया है, ताकि अनाज की चोरी यानी लीकेज को रोका जा सके। खाद्य सुरक्षा कानून को लागू करने के साथ लीकेज रोकना सरकार की प्राथमिकता है। खाद्य मंत्रलय के सूत्रों का कहना है कि खाद्य सब्सिडी का 30 से 40 फीसद अनाज राशन प्रणाली से चोरी चला जाता है। आधार नंबर और उपभोक्ताओं की बायोमीटिक पहचान से लीकेज रोकना आसान हो जाएगा। पूर्व केंद्रीय खाद्य मंत्री शांता कुमार की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राशन प्रणाली में 47 फीसद खाद्य सब्सिडी चोरी हो जाती है।

पढ़ें- अगले साल जून तक सबका होगा आधार कार्ड: रविशंकर प्रसाद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.