संघ ने कहा, 'मोदी सरकार की दिशा और नीयत सही'
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (संघ) के शिखर नेतृत्व की तीन दिवसीय बैठक का समापन शुक्रवार को हो गया। इस बैठक की जानकारी देते हुए संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सरकार के कामकाज से संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि बैठक सरकार की समीक्षा के
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (संघ) के शिखर नेतृत्व की तीन दिवसीय बैठक का समापन शुक्रवार को हो गया। इस बैठक की जानकारी देते हुए संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सरकार के कामकाज से संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि बैठक सरकार की समीक्षा के लिए नहीं थी लेकिन 'यह कहा जा सकता है कि सरकार सही दिशा में चल रही है। सौ फीसद संतुष्टि तो कहीं नहीं मिलती है, लेकिन सरकार सही नीयत से चल रही है।'
राम मंदिर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में भी उन्होंने सरकार के साथ ही खड़े होने का संकेत दिया। उन्होंने कहा, 'राम मंदिर का मुद्दा कोर्ट में है... सरकार सही रास्ता निकालने की कोशिश करेगी। भाजपा के घोषणापत्र में भी इसका उल्लेख किया गया है... हम उन्हें समय देना चाहते हैं। इंतजार करेंगे।' वन रैंक वन पेंशन को लेकर भी उन्होंने ऐसे ही विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक में भी कुछ बातें कही हैं। हमें भरोसा है कि वह पूरा हो जाएगा।
गांव पर जोर
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय बैठक में आंतरिक सुरक्षा, बाह्य सुरक्षा, संस्कृति, शिक्षा समेत कई अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ और संघ मानता है कि विकास का माडल पश्चिमी नहीं, भारतीय होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'गांवों के देश में अब लोग गांव पढ़ाई, कमाई और दवाई के लिए गांव छोड़ रहे हैं। यह देखना होगा कि गांवों का विकास हो। देश के विकास में पर्यावरण की बलि न चढ़े।'
पाकिस्तान पर बदला रुख
पिछले दिनों में कई बाधाओं के बावजूद मोदी सरकार ने पाकिस्तान से बातचीत आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। संघ की सोच में भी अब यही झलक दिखने लगी है। होसबोले ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश कभी हमारे ही अंग थे। उनके साथ अच्छे संबंध होने चाहिए। पाकिस्तानी रुख के बावजूद इस विचार पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'पांडव और कौरव भी भाई थे... लड़ाई हुई थी।'
धार्मिक जनगणना
धार्मिक जनगणना को लेकर संघ परिवार विहिप से तो कड़ी प्रतिक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन संघ थोड़ा समय लेना चाहता है। दत्तात्रेय ने कहा कि चार-पांच लोगों को कहा गया है कि अध्ययन कर रिपोर्ट दें। उस पर रांची की बैठक में चर्चा होगी।
कांग्रेस पर हमला
संघ के हाथ रिमोट कंट्रोल के कांग्रेस के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि उसे कोई अधिकार नहीं है। वह दस साल तक यही करती रही है। मंत्री कहीं भी जाकर अपने विचार रख सकते हैं। फिर संघ की विचारधारा के प्रेरित सरकार के मंत्री अगर बैठक में आकर अपने विचार रखते हैं, हमारे विचार सुनते हैं तो गलत क्या है। संघ कोई गैर कानूनी संस्था नहीं है।