अब हिंदी में खोले जा सकेंगे बेवसाइट्स के डोमेन
इंटरनेट पर हिंदी में काम करने वालों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने बुधवार को डॉट भारत (.भारत) डोमेन की शुरुआत की है। हिंदी में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले अब उन वेबसाइट का यूआरएल हिंदी में लिख सकेंगे, जो डॉट भारत के साथ रजिस्टर की जाएंगी।
नई दिल्ली। इंटरनेट पर हिंदी में काम करने वालों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने बुधवार को डॉट भारत (.भारत) डोमेन की शुरुआत की है। हिंदी में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले अब उन वेबसाइट का यूआरएल हिंदी में लिख सकेंगे, जो डॉट भारत के साथ रजिस्टर की जाएंगी।
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डॉट भारत डोमेन की शुरुआत की। इसकी शुरुआत नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया की ओर से की गई है। अब तक आपको कुछ भी सर्च करने के लिए अंग्रेजी में यूआरएल लिखना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब देसी भाषाओं में यूआरएल डोमेन डाल सकेंगे, जैसे-सरकार.भारत या शिक्षा.भारत। महत्वपूर्ण बात यह है कि देवनागरी में लिखे इस डोमेन का हिंदी के अलावा बोडो, डोगरी, कोंकणी, मैथिली, मराठी, नेपाली और सिंधी भाषाओं में भी उपयोग किया जा सकेगा। भारत डॉट डोमेन के यूआरल के लिए शुरुआत में डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू लिखने की जरूरत नहीं होगी। मिसाल के तौर पर राष्ट्रपति की वेबसाइट होगी राष्ट्रपति.सरकार.भारत।
नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज के डॉक्टर गोविंद के अनुसार डॉट भारत (.भारत) एक्सटेंशन इंटरनेट उपयोग करने वालों के लिए देशी भाषाओं में ही वेबसाइट खोलेगी।
250 रुपये में मिलेगा नाम:
डोमेन नेम लेने के लिए ट्रेड मार्क वेरीफिकेशन होगा और इसका शुल्क 250 रुपये और सर्विस टैक्स अतिरिक्त होगा। आठ भाषाएं, जिनकी लिपि देवनागरी है, वे इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।
चीन और यूरोप की बराबरी:
ऐसा करके भारत अब चीन और यूरोप के उन देशों की कतार में शामिल हो गया है, जहां स्थानीय भाषा में वेबसाइट खोलने की सुविधा है।