सैन्य अभियानों के लिए सेनाध्यक्ष को सरकार का समर्थन
देश में सैन्य अभियानों को बाधित करने वालों पर सख्ती के सेनाध्यक्ष के संदेश को आज सरकार का समर्थन भी मिल गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। जम्मू कश्मीर समेत देश के किसी भी हिस्से में सेना की ओर से किये जाने वाले सैन्य अभियानों में बाधा डालने वालों पर सख्ती का संदेश कल ही सेना प्रमुख की ओर से दिया गया था। जिसे आज सरकार का समर्थन मिल गया।
बीते दिनों जम्मू कश्मीर में हुए दो अलग-अलग मुठभेड़ में कुल चार जवान शहीद हो गये थे। इन जवानों को कल यानि बुधवार को सेनाध्यक्ष बिपिन रावत और प्रधानमंत्री मोदी की ओर से श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान मुठभेड़ की पूरी जानकारी पीएम से सेनाध्यक्ष ने साझा की।
वहीं पत्रकारों से मुखातिब होने पर सेनाध्यक्ष ने आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान के दौरान कुछ आम निवासियों की ओर से बाधा पहुंचाने की बात कही गयी। कहा गया कि सेना की आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान बाधा डालने वाले और सहयोग न करने वाले लोगों को आतंकियों के साथ समझा जाएगा।
सेनाध्यक्ष की कल की बात को आगे बढ़ाते हुये आज गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि सेनाध्यक्ष ने जो भी कुछ कहा वो राष्ट्र के हित में है। कोई भी अगर राष्ट्र के खिलाफ कार्य करेगा तो उसके साथ ऐसा ही व्यवहार किया जायेगा। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जितेंद्र सिंह ने कहा सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी पर पूरी तरह कायम है।Those who obstruct our ops during encounters &are not supportive will be treated as overground workers of terrorists: Army Chief Bipin Rawat pic.twitter.com/amYjyrXyhQ
— ANI (@ANI_news) February 15, 2017
यह भी पढ़ें: पाक के झंडे दिखाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी : जनरल रावत
गौरतलब है कि गत मंगलवार को कश्मीर में आतंकियों और सेना के मुठभेड़ में मेजर एस दहिया समेत चार जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में शहीद हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले मेजर दहिया हंदवाड़ा समेत कई आतंक निरोधी अभियानों का हिस्सा रहे हैं। दहिया के परिवार में उनकी पत्नी और दो साल की बेटी है। दहिया को एक वीरता पुरस्कार भी मिल चुका है।
शहीदों में उत्तराखंड के नैनीताल के 26 वर्षीय पैराटूमर घर्मेद्र कुमार और उत्तर प्रेदश के जौनपुर के आशुतोष कुमार समेत एक अन्य शामिल है।
यह भी पढ़ें: सेना प्रमुख विपिन रावत ने दिया भरोसा, शहीदों के परिवार के साथ हैं हम