जज मामले में जवाब दें मनमोहन
मद्रास हाईकोर्ट में दागी जज की नियुक्ति के मामले में मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा है। संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने मनमोहन सिंह की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें देश के सामने आकर सचाई बतानी चाहिए। वेंकैया के अनुसार, दागी जज की नियुक्ति के खुलासे इस बात के सुबूत हैं
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। मद्रास हाईकोर्ट में दागी जज की नियुक्ति के मामले में मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा है। संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने मनमोहन सिंह की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें देश के सामने आकर सचाई बतानी चाहिए। वेंकैया के अनुसार, दागी जज की नियुक्ति के खुलासे इस बात के सुबूत हैं कि संप्रग सरकार किस तरह काम करती थी।
संसदीय कार्यमंत्री के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश के किए गए खुलासे पर पूर्व प्रधानमंत्री की चुप्पी से इस आशंका को बल मिलता है कि वे कुछ छुपाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 'न्याय के हित में मनमोहन सिंह को यह बताना चाहिए कि दागी जज की नियुक्ति में आखिर क्या हुआ था? क्या वे सच में दबाव के आगे झुक गए थे?'
वेंकैया ने कहा कि देश की जनता को सच को जानने का अधिकार है और इससे देश में न्यायपालिका की छवि सुधारने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह सचाई सामने लाकर इस मामले में चल रहे अफवाहों पर विराम लगा सकते हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि 2005 में मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम को एक नोट भेजा था जिसमें कथित दागी जज की नियुक्ति में देरी पर सवाल उठाया गया था। जस्टिस काटजू के अनुसार, सरकार के दवाब में दागी जज को मद्रास हाईकोर्ट का जज बना दिया गया था।