अगस्ता वेस्टलैंड के संयुक्त उपक्रम में FDI की सीमा बढ़ाने से सरकार ने किया इन्कार
भारत सरकार ने टाटा संस और अगस्ता वेस्टलैंड के स्वामित्व वाली कंपनी इंडियन रोटोग्राफ्ट और टाटा संस के बीच समझौते को नकारते हुए इसमें एफडीआई की सीमा बढ़ाने से इनकार कर दिया है।
नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड की जांच के बीच विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड ने एफडीआई में अगस्ता वेस्टलैंड के सहयोग वाली कंपनी इंडियन रोटोक्राफ्ट और टाटा संस के बीच एडब्लू119के हैलिकॉप्टर बनाने को लेकर हुई डील में एफडीआई की सीमा बढ़ाने के फैसले को बदलते हुए इसमें और ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को नामंजूर कर दिया है।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक इससे पहले टाटा संस ने कहा था कि इंडियन रोटोग्राफ्ट का अगस्ता वेस्टलैंड से कोई लेना-देना नहीं है जिसका करार भारत सरकार और कंपनी के बीच हुआ था।
इंडियन रोटोग्राफ्ट को अगस्ता वेस्टलैंड के लिए हैदराबाद फैकेल्टी में एडब्लू119ते हैलिकॉप्टर को बनाना था। टाटा संस और अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी ने साल 2012 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे जिसके मुताबिक दोनों ने एक संयुक्त उपक्रम के जरिए एडब्लू119 हैलिकॉप्टर को भारतीय सेना और दूसरे वैश्विक बाजारों के लिए बनाने पर सहमति जताई थी।
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