गोपालकृष्ण ने याकूब मेमन की फांसी का विरोध किया था : शिवसेना
राऊत ने कहा कि गांधी उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने मेमन को बचाने के लिए सरकार से अपील की थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष द्वारा गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाए जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि गांधी ने 1993 के मुंबई बम विस्फोट के दोषी याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाए जाने का विरोध किया था। मेमन को 30 जुलाई 2015 को फांसी दी गई थी। मुंबई बम धमाके में 250 लोगों की जान गई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
राऊत ने कहा कि गांधी उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने मेमन को बचाने के लिए सरकार से अपील की थी। उन्होंने मेमन को बचाने के लिए राष्ट्रपति को पत्र भी लिखा था। शिवसेना सांसद ने कहा, 'मैं विपक्ष से पूछना चाहता हूं कि यह किस प्रकार का माइंडसेट है। आप लोगों ने ऐसे आदमी को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है? यह संकीर्ण मानसिकता है या विस्तृत? क्या यह राष्ट्रीय हित में है?' पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गांधी ने जुलाई 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर मेमन की दया याचिका पर 'पुनर्विचार' का आग्रह किया था।
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