उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसा: जागे प्रभु, आठ रेलकर्मियों पर गिरी गाज
उत्तर रेलवे ने सीनियर डिविजनल इंजीनियर और उनके मातहत काम करने वाले तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उत्कल एक्सप्रेस हादसे की गाज मंडल स्तर पर रेलवे के बड़े अधिकारियों पर गिरी है। देर शाम लिए गए एतिहासिक निर्णय में रेल मंत्रालय ने पहली बार रेलवे बोर्ड के सदस्य इंजीनियरिंग एके मित्तल के अलावा उत्तर रेलवे के जीएम आरके कुलश्रेष्ठ और दिल्ली के डीआरएम आरएन सिंह को छुट्टी पर भेज दिया गया है। जबकि उत्तर रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर आलोक कंसल का तबादला किया गया है।
इसके अलावा दिल्ली मंडल के सीनियर डिवीजनल इंजीनियर आरके वर्मा, मेरठ के असिस्टेंट इंजीनियर रोहित कुमार, मुजफ्फरनगर के सीनियर सेक्शन इंजीनियर इंदरजीत सिंह, खतौली के जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार को निलंबित किया गया है। इससे पहले दोपहर में रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात मोहम्मद जमशेद से हादसा स्थल का दौरा करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि मौके पर मिले साक्ष्यों से प्रथम दृष्टया ट्रैक की मरम्मत में लापरवाही के संकेत मिले हैं। एक आडियो टेप भी सामने आया है जिसकी जांच की जा रही है। देर रात तक जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी।
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जिसके आधार पर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। रेलवे अफसरों ने कहा कि ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था। जिसके बारे में स्टेशन मास्टर को कोई सूचना नहीं दी गई थी। यही नहीं, मरम्मत शुरू करने से पहले जरूरी एहतियाती उपाय जैसे लाल झंडी अथवा पटाखे लगाने का कार्य भी नहीं किया गया था।रेल हादसे के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस बार दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए थे। यह पहला मौका है जब रेलवे बोर्ड के सदस्य और जोन के महाप्रबंधक को दुर्घटना के लिए जिम्मेदार माना गया है। हालांकि उन्हें केवल छुट्टी पर भेजा गया है। परंतु यह भी बड़े अधिकारियों के लिए सांकेतिक सजा है।
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