सोनिया पर गिरिराज के रंगभेदी बयान से बवाल, मांगी माफी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संबंध में दिए गए बयान पर कांग्रेस, राजद, जदयू समेत अन्य दलों की तीखी प्रतिक्रिया व बर्खास्तगी की मांग के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह बैकफुट पर आ गए हैं। बुधवार को उन्होंने कहा कि उनकी मंशा किसी को आहत
नई दिल्ली [जेएनएन]। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संबंध में दिए गए बयान पर कांग्रेस, राजद, जदयू समेत अन्य दलों की तीखी प्रतिक्रिया व बर्खास्तगी की मांग के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह बैकफुट पर आ गए हैं। बुधवार को उन्होंने कहा कि उनकी मंशा किसी को आहत करने की नहीं थी। उनके बयान से यदि सोनिया गांधी या राहुल गांधी को तकलीफ पहुंची है तो उसके लिए उन्हें खेद है।
बिहार के हाजीपुर में प्रेसवार्ता के बाद अनौपचारिक बातचीत में गिरिराज ने राहुल गांधी पर भी चुटकी ली थी। कहा कि राहुल छुट्टी लेकर सक्रिय राजनीति से गायब हैं। वे लापता हुए मलेशियाई प्लेन की तरह हो गए हैं, जिसे कोई ढूंढ ही नहीं पा रहा। बकौल गिरिराज, उन्होंने व्यक्तिगत बातचीत में कुछ बातें कही थीं, जिसे गलत ढंग से पेश किया गया।
ये कहा गिरिराज ने
'गोरा रंग होने के कारण ही सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनी हैं। यदि राजीव गांधी ने नाइजीरियन लेडी से शादी की होती, तो क्या कांग्रेसी उसे अध्यक्ष स्वीकार करते?'
शाह ने दी नसीहत
बवाल के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गिरिराज के बयान को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से फोन पर बात कर सोच-समझकर बोलने की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसी भाषा ठीक नहीं है।
नाइजीरियाई उच्चायुक्त को भी माफी की दरकार
अफ्रीकी देश नाइजीरिया के दिल्ली स्थित कार्यवाहक उच्चायुक्त ओबी ओकोंगोर ने गिरिराज के बयान पर एतराज जताते हुए अपेक्षा की कि वे नाइजीरियाई लोगों से माफी मांगेंगे। भारत-नाइजीरिया के रिश्तों पर ऐसे बयानों से फर्क नहीं पड़ेगा। उम्मीद है भारत सरकार उपयुक्त कदम उठाएगी।
विवादों से पुराना नाता
बिहार के नवादा से सांसद गिरिराज सिंह का विवादों से पुराना नाता है। वह प्रधानमंत्री मोदी के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। गिरिराज ने 2014 में लोकसभा चुनाव के पूर्व कहा था-'मोदी विरोधियों को भारत छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए।' तब मोदी ने खुद इस टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी।
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'मोदी के मंत्रियों और भाजपा के सांसदों के बीच बेशर्मी की हदें तोडऩे की होड़ लगी है। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री को खुश करने के चक्कर में वे आपा खो बैठे हैं।' -रणदीपसिंह सूरजेवाला, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता
'उस महिला के बारे में बोलने का यह कौन सा तरीका है जिसने जिंदगी में दुख सहे और देश के लिए अपने प्रियजनों को खो दिया। जब सरकार और उसके मंत्री उनका सम्मान नहीं कर सकते हैं तो देश की अन्य महिलाओं के प्रति उनका क्या रवैया होगा।'- रॉबर्ट वाड्रा, सोनिया गांधी के दामाद
'यह बेहूदा बयान है। इससे व्यक्ति की मानसिकता का पता चलता है। भाजपा में ऐसी भाषा बोलने वाले को ही पुरस्कृत किया जाता है।'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार
'महिलाओं को चाहिए कि वे ऐसे व्यक्ति को चूड़ी-टिकुली पहनाकर उसके चेहरे पर कालिख पोत दें। उन्होंने सोनिया गांधी ही नहीं, उन सभी महिलाओं व बेटियों का अपमान किया है, जो गोरी हैं।'- लालू प्रसाद यादव, राजद प्रमुख
'यह बेहद घटिया और निचले स्तर का बयान है। मोदीजी से पूछिए जो इस तरह के नेता को पाल रहे हैं। ऐसे लोगों को रोकने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की है।'- वृंदा करात, माकपा
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