सोनिया पर टिप्पणी के लिए गिरिराज ने जताया खेद
बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले ही दिन विपक्ष सरकार पर हावी रहा। सदन की कार्यवाही ही सरकार के एक मंत्री के खेद जताने के बाद शुरू हो सकी। आक्रामक कांग्रेस ने सोनिया गांधी पर अशोभनीय टिप्पणी का मामला उठाते हुए लोकसभा में कड़ा विरोध जताया जिसके बाद केंद्रीय
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले ही दिन विपक्ष सरकार पर हावी रहा। सदन की कार्यवाही ही सरकार के एक मंत्री के खेद जताने के बाद शुरू हो सकी। आक्रामक कांग्रेस ने सोनिया गांधी पर अशोभनीय टिप्पणी का मामला उठाते हुए लोकसभा में कड़ा विरोध जताया जिसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को अपने बयान के लिए खेद प्रकट करना पड़ा।
सदन की कार्यवाही शुरू होते कांग्रेस सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मुद्दे पर सदन की कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस दिया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उनका कार्यस्थगन नोटिस तो अस्वीकार कर दिया लेकिन नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के आग्रह के बाद सिंधिया को यह मुद्दा उठाने की अनुमति दी। सिंधिया ने कहा कि गिरिराज सिंह ने सोनिया गांधी के विरुद्ध अशोभनीय टिप्पणी की है जिससे देश की सभी महिलाओं का अपमान हुआ है। इसलिए गिरिराज सिंह को त्यागपत्र देना चाहिए व प्रधानमंत्री को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।
सिंह ने हाल में कहा कि था अगर राजीव गांधी ने किसी नाइजीरियाई महिला से शादी की होती और अगर वह गोरे रंग की नहीं होतीं तो क्या कांग्रेस उनका नेतृत्व स्वीकार करती। सिंधिया के बात रखने के तत्काल बाद कांग्रेसी सदस्य सभापति के आसन के पास जाकर नारेबाजी करने लगे। तृणमूल कांग्रेस, सपा, जदयू और अन्य विपक्षी दल भी इस मुद्दे पर कांग्रेस के साथ खड़े दिखे।
शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार में कोई भी व्यक्ति इस तरह के बयान को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वह इस मामले में प्रधानमंत्री को न लाए। इस पर विपक्षी सदस्यों ने विरोध और तेज कर दिया। खडग़े ने कहा कि गिरिराज सिंह मंत्री हैं, प्रधानमंत्री सरकार के मुखिया हैं, इसलिए प्रधानमंत्री की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है। एक मौका ऐसा भी आया जब माइक बंद किए जाने पर खडग़े आपा खो बैठे। खडग़े ने कहा कि जब तक मंत्री माफी नहीं मांगेगे वह सदन की कार्यवाही नहीं चलने देंगे।
कांग्रेस को इस मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष का भी साथ मिला। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें भी यह बयान अच्छा नहीं लगा है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 45 मिनट तक स्थगित कर दी। सदन की बैठक जब पुन: आरंभ हुई तो गिरिराज सदन में आए और लिखित वक्तव्य पढ़कर अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए खेद प्रकट किया। गिरिराज ने कहा कि अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वह उसके लिए खेद प्रकट करते हैं।सोनिया पर गिरिराज के रंगभेदी बयान से बवाल, मांगी माफी