कांग्रेस ने 15 साल पहले बनाया था दलित राष्ट्रपतिः गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बेहतर होता अगर सत्तारूढ़ दल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कट्टर नेता कोविंद की बजाय किसी तटस्थ शख्स को नामित किया होता।
नई दिल्ली, एएनआइ। एनडीए की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद का नाम घोषित कर दिया गया है। लेकिन कांग्रेस ने रामनाथ कोविंद को समर्थन देने या विपक्ष की तरफ से संयुक्त उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले। लेकिन यह साफ है कि विपक्ष कोविंद के सामने अपना उम्मीदवार उतारने का मना बना चुकी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा कि एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए दलित उम्मीदवार को उतार कर कोई नया काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 15 साल पहले ही दलित समाज के केआर नारायणन को राष्ट्रपति बना चुकी है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'कांग्रेस ने स्वतंत्रता प्राप्त होने से पहले भी दलितों की दशा में सुधार के लिए हमेशा पहल की है। हमने आजादी के बाद अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए आरक्षण कोटा भी प्रस्तुत किया। जहां तक भारत के राष्ट्रपति का संबंध है, हमने 15 साल पहले एक दलित राष्ट्रपति बनाया। इसलिए एनडीए ने जो अपना दलित उम्मीदवार राष्ट्रपति पद के लिए उतारा है, ये पहली बार नहीं है।'
आजाद ने कहा कि बेहतर होता अगर सत्तारूढ़ दल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कट्टर नेता कोविंद की बजाय किसी तटस्थ शख्स को नामित किया होता। अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल के दौरान, हमने एपीजे अब्दुल कलाम का समर्थन इसलिए नहीं किया कि वह अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित थे। दरअसल, हमने उनका समर्थन इसलिए किया था, क्योंकि वह तटस्थ व्यक्ति थे वह किसी पार्टी विशेष से नहीं जुड़े हुए थे।
आगे इस मुद्दे पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को धर्म के आधार पर विभाजित नहीं किया जा सकता है। हर दल की अलग-अलग विचारधाराएं हैं और एक तटस्थ व्यक्ति सभी के लिए स्वीकार्य होता। आजाद ने कहा कि वह 22 जून को विपक्षी पार्टियों से मिलेंगे, ताकि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के केंद्र के फैसले पर चर्चा की जा सके और इसके बारे में फैसला लिया जा सके।
रामनाथ कोविंद के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'हम उन्हें व्यक्तित्व पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन योग्यता के बारे में बात करेंगे। इसमें कोई दो राय नहीं कि वह एक कट्टर भाजपा नेता हैं। एक कट्टर भाजपा नेता को हमारा कैसे समर्थन मिल सकता है? यह थोड़ा असंभव लगता है, लेकिन अब तक हमने हमारे पक्ष से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए किसी भी नाम का ऐलान नहीं किया है, क्योंकि हमने ऑल पार्टी मीटिंग में यह निर्णय लिया था कि फैसला आम सहमति से लिया जाएगा।'
गौरतलब है कि सोमवार को एनडीए की ओर से 72 साल के रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। रामनाथ कोविंद अभी बिहार के राज्यपाल हैं। कोविंद के नाम की घोषणा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने की।
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