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गावस्कर को नहीं मिला लंच, चाय और बिस्किट से चलाया काम

पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर शनिवार को वाका में खेले गए भारत और यूएई के मैच की कमेंट्री करने के बाद जब करीब दोपहर तीन बजे लंच रूम पहुंचे तो उन्हें पता चला कि दिन के खाने का समय 2.30 बजे ही समाप्त हो चुका था और उन्हें लंच

By Sumit KumarEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2015 08:27 AM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2015 09:09 AM (IST)
गावस्कर को नहीं मिला लंच, चाय और बिस्किट से चलाया काम

पर्थ, [अश्विन फैरो]। पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर शनिवार को वाका में खेले गए भारत और यूएई के मैच की कमेंट्री करने के बाद जब करीब दोपहर तीन बजे लंच रूम पहुंचे तो उन्हें पता चला कि दिन के खाने का समय 2.30 बजे ही समाप्त हो चुका था और उन्हें लंच नहीं मिल सकता। वहां खाना खा रहे कुछ पत्रकारों ने कैटरिंग स्टाफ से गावस्कर को लंच मुहैया कराने को भी कहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

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इन सबके बीच गावस्कर बेहद ही शांत नजर आए। उन्होंने कहा, 'इसमें कैटरिंग स्टाफ की कोई गलती नहीं है। मुझे ही कमेंट्री के दौरान वक्त का अंदाजा नहीं लगा। वे तो सिर्फ आदेश का पालन कर रहे हैं।' इस दौरान पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर टॉम मूडी भी लंच रूम खाना खाने पहुंचे, जिन्हें देखकर गावस्कर को फिर उम्मीद जगी।

उन्होंने मूडी से कहा, 'दोस्त खाने का वक्त समाप्त हो चुका है।' लेकिन मूडी भी इस मामले में कुछ नहीं कर सके। 1987 विश्व कप के दौरान एक दूसरे के खिलाफ खेल चुके दोनों पूर्व क्रिकेटरों को कुछ देर बाद लंच में चाय और बिस्कुट से काम चलाते देखा गया।

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50 प्रतिशत से ज्यादा सीट खाली

वाका में खाली रहे स्टैंट वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) का मैदान ज्यादा बड़ा नहीं है और इसकी क्षमता 20 हजार से भी कम है।इसके बावजूद भारत और यूएई के मैच के दौरान 50 प्रतिशत से ज्यादा सीट खाली नजर आयीं। विश्व कप के दौरान स्टेडियम में इतने कम दर्शकों की मौजूदगी अच्छे संकेत तो नहीं, लेकिन शायद दो बेमेल टीमों की भिड़ंत इसकी मुख्य वजह रही। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्ड्सन शायद ऐसे ही मैचों की वजह से विश्व कप में कुल टीमों की संख्या दस रखना चाहते हैं।

अपने प्रदर्शन से निराश हैं स्वप्निल

यूएई टीम के सदस्य और मुंबई के वसई इलाके के रहने वाले स्वप्निल पाटिल विश्व कप में भारत के खिलाफ मुकाबले में नहीं चल सके। मैच की पूर्व संध्या पर 29 वर्षीय पाटिल ने इसे अपने जिंदगी का सबसे बड़ा मैच बताते हुए अच्छे प्रदर्शन की बात कही थी।

मैच में मुंबई का यह छोरा 19 बॉल पर सात रन ही बना सका। 'मैन ऑफ द मैच' भारत के अश्विन ने उन्हें अपना शिकार बनाया। यूएई का यह विकेटकीपर बल्लेबाज अश्विन की गेंद को समझ नहीं सका और स्लिप में खड़े शिखर धवन को कैच थमा बैठा। पाटिल ने कहा कि अश्विन ने अच्छी गेंदबाजी की। मैं अपने इस प्रदर्शन से निराश हूं।

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साभार - नई दुनिया


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