हुजूर.मेरे पति बेगुनाह हैं!
आइटीआइ रोड पर नर्सिग होम में सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में फंसे डॉक्टर की बेगुनाही साबित करने के लिए उनकी डॉक्टर पत्नी उतर आई हैं। हॉस्पिटल संचालिका ने पुलिस के बाद मीडिया को भी उस रात के सीसीटीवी फुटेज दिखाए, जिस रात की घटना बताई गई है। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल भी एसएसपी से मिला। आरोपी की बीवी ने कहा कि युवती के आरोप किसी साजिश का हिस्सा हैं।
अलीगढ़। आइटीआइ रोड पर नर्सिग होम में सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में फंसे डॉक्टर की बेगुनाही साबित करने के लिए उनकी डॉक्टर पत्नी उतर आई हैं। हॉस्पिटल संचालिका ने पुलिस के बाद मीडिया को भी उस रात के सीसीटीवी फुटेज दिखाए, जिस रात की घटना बताई गई है। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल भी एसएसपी से मिला। आरोपी की बीवी ने कहा कि युवती के आरोप किसी साजिश का हिस्सा हैं।
केदारनाथ हॉस्पिटल पर डॉ. ममता वाष्र्णेय ने मीडिया से कहा कि उनके डॉ. पति प्रमोद वाष्र्णेय पर लगाया गया आरोप गलत है। वह मेडिकल कॉलेज में ईएनटी के प्रोफेसर हैं। यहां हॉस्पिटल में मरीजों को नहीं देखते। जिस रात की घटना युवती बता रही है, उस रात के सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं। पुलिस जांच कर सकती है। डॉ. ममता ने सवाल उठाया कि जिस युवती को बेहोश किया गया हो, क्या वह आराम से पति के साथ हॉस्पिटल में घूम फिर सकती है। युवती अपने पति के साथ आई थी, उसे कान व पेट की बीमारी थी। इनमें से कोई बीमारी गंभीर नहीं थी, जिससे भर्ती किया जाता। युवती ने ही खुद कहा था कि रात हो चुकी है। गांव दूर है, इसलिए रात में भर्ती कर लीजिए। सुबह छुट्टी कर देना। रात दस बजे पेट दर्द का इंजेक्शन लगाने कंपाउंडर जरूर उसके पास गया था, जो दो मिनट में बाहर आ गया था। आरोप गलत लगाए गए हैं। बता दें कि कान का इलाज कराने आई इगलास की युवती ने डॉक्टर पर 19 सितंबर की रात भर्ती करके दुष्कर्म का आरोप लगाया था। डॉक्टर के साथ कंपाउंडर पर भी आरोप लगाए गए थे।
दुष्कर्म पर संदेह
डॉक्टर व कंपाउंडर पर लगे दुष्कर्म के आरोप में पेच फंसता जा रहा है। सूत्रों पर विश्वास करें तो मेडिकल परीक्षण में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। बाकी सच्चाई रिपोर्ट के खुलासे के बाद ही सामने आ सकेगी।
हॉस्पिटल के फुटेज देखे गए हैं। कंपाउंडर से पूछताछ की जा चुकी है। विवेचना चल रही है। इसलिए किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
-सत्यप्रकाश यादव, सीओ द्वितीय