मप्र: सांप्रदायिक हिंसा का शिकार हुए युवक का हुआ अंतिम संस्कार
फेसबुक पर एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक फोटो अपलोड करने के बाद दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा का शिकार हुए युवक सुशील कुमार पुंडगे का गुरुवार दोपहर अंतिम संस्कार कर दिया गया। शवयात्रा नर्मदापुरम से पुलिस बल की मौजूदगी में निकाली गई। इसमें तीन हजार से अधिक लोग शामिल हुए। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी। मृतक के परिजन को जिला प्रशासन ने एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
खंडवा। फेसबुक पर एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक फोटो अपलोड करने के बाद दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा का शिकार हुए युवक सुशील कुमार पुंडगे का गुरुवार दोपहर अंतिम संस्कार कर दिया गया। शवयात्रा नर्मदापुरम से पुलिस बल की मौजूदगी में निकाली गई। इसमें तीन हजार से अधिक लोग शामिल हुए। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी। मृतक के परिजन को जिला प्रशासन ने एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं हमले में अन्य दो घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। हत्या और उपद्रव के मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की जा सकी थी। तनाव को देखते हुए शहर में को कर्फ्यू लगा दिया गया।
कर्फ्यू की घोषणा के साथ ही पुलिस ने चौराहों और गली-मोहल्लों में लोगों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। प्रमुख चौराहों से जरूरी और रोजमर्रा के काम से गुजरने वाले लोगों को पुलिस की लाठियों का शिकार होना पड़ा। गणमान्य जन लगातार पुलिस अधिकारियों को इससे अवगत कराते रहे। पुलिस को बिना वजह किसी को भी नहीं मारने की हिदायत दी जाती रही।
युवक के नर्मदापुरम स्थित घर पर 11:30 बजे के आसपास शव पहुंचते ही बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। यहां एडीएम एसएस बघेल, एसडीएम महेंद्र कवचे, एडिशनल एसपी गोपाल खांडेल बड़ी संख्या में पुलिस बल सहित पहुंच गए। अफसरों ने फरमान सुनाया कि अंतिम संस्कार में सिर्फ परिजन ही शामिल होंगे अन्य कोई नहीं। इसे लेकर लगभग दो घंटे तक तकरार चलती रही। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने आसपास रहने वालों को भी पीट दिया। अफसरों का कहना था कि वाहन से शव ले जाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस पर परिजन नहीं माने और पैदल ही शव यात्रा 1:30 बजे निकाली गई।
आरोपियों की शिनाख्त तक नहीं
युवक की हत्या के मामले में लगभग 24 घंटे बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी करना तो दूर पुलिस शिनाख्त तक नहीं कर सकी है। खुफिया पुलिस के साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतराते रहे। पुलिसकर्मी और ग्रामीण पर हमला करने वालों की भी शिनाख्त तक नहीं हो सकी। हालांकि पुलिस अफसरों को दावा है कि कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
क्या है मामला
फेसबुक पर एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ आपत्तिजनक फोटो पोस्ट करने के बाद एक धर्म विशेष के लोग रात साढ़े आठ बजे के करीब इमलीपुरा क्षेत्र में इकट्ठा हो गए। इसी दौरान शरारती तत्वों ने बीमा एजेंट सुशील कुमार पुंडगे की चाकू घोंपकर हत्या कर दी और दो अन्य को घायल कर दिया। इस हत्या के बाद नगर में दहशत और तनाव का माहौल हो गया। तुरंत सारे बाजार बंद हो गए। भीड़ को रोकने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी।
''शुक्रवार को कर्फ्यू में ढील रहेगी या नहीं, यह समीक्षा करने के बाद ही निर्णय लेंगे। पुलिसकर्मियों को बिना वजह मारपीट नहीं करने की ताकीद दी थी। आठ--दस संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।''- मनोज शर्मा, पुलिस अधीक्षक खंडवा